जयपुर. चाहे तबादलों का मामला हो या फिर विधायकों की नाराजगी, लगातार प्रदेश के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला चर्चाओं में रहते हैं. मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर जन सुनवाई करने पहुंचे शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने अपनी ही पार्टी के विधायक वाजिब अली की ओर से लगाए गए आरोपों पर (Minister Kalla on MLA Wajib Ali) सफाई देते हुए कहा कि मेरे पास उनका कोई भी काम न तो पेंडिंग पड़ा है और न ही वह कभी कोई शिकायत लेकर आए. कल्ला ने कहा कि वाजिब अली जिन स्कूलों की बात कर रहे थे वह तो राज्यसभा चुनाव से पहले ही खोल दी गई थीं. मुझसे मिलने में कोई रोक-टोक नहीं है. मैं तो रोज हजारों लोगों से मुलाकात करता हूं और वाजिब अली ने मेरे बारे में ऐसा क्यों कहा, यह मुझे पता नहीं.
थर्ड ग्रेड तबादलों की संभावना पर ब्रेक : राजस्थान में सरकार बनने के बाद से लगातार थर्ड ग्रेड टीचर इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि उनके तबादले कब खुलेंगे, लेकिन गहलोत सरकार में अभी तक न तो एक बार भी थर्ड ग्रेड टीचर्स के तबादले हुए हैं और न ही शिक्षा मंत्री की मंशा आगे थर्ड ग्रेड टीचर्स के तबादले करने की है. शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि वैसे भी थर्ड ग्रेड टीचर को हमेशा काउंसलिंग और मेरिट के आधार पर ही पोस्टिंग दी जाती है. अब थर्ड ग्रेड के तबादलों को लेकर हमारा विभाग दूसरे राज्यों की पॉलिसी का अध्ययन कर प्रदेश में थर्ड ग्रेड टीचर्स के ट्रांसफर की पॉलिसी बनाएगा, उसके बाद ही थर्ड ग्रेड के जरूरतमंद टीचर्स के तबादले प्रदेश में किए जाएंगे.
मंत्री कल्ला ने थर्ड ग्रेड तबादलों की संभावना पर (Third Grade Teacher Transfer in Rajasthan) ब्रेक लगाते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने भी चुनाव से ठीक पहले ही थर्ड ग्रेड टीचर के ट्रांसफर किए थे. वैसे भी रीट की परीक्षा के कारण सत्र 1 महीने आगे निकल चुका है. ऐसे में अब थर्ड ग्रेड टीचर को डिस्टर्ब करना ठीक नहीं. जब पॉलिसी बनेगी उसके अनुसार ही तबादले किए जाएंगे.
हिंदी और अंग्रेजी माध्यम की सरकारी स्कूलों में रहेगी एक ही ड्रेस : महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालय और सरकारी हिंदी मीडियम स्कूल की ड्रेस (Dress in English and Hindi Schools) अलग-अलग की जाने पर अपनी ही सरकार में मंत्री की नाराजगी झेल चुके शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने साफ किया कि प्रदेश में सरकार ऐसा कोई निर्णय नहीं लेने जा रही, जिसमें अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूलों की ड्रेस अलग होगी और हिंदी माध्यम के सरकारी स्कूलों की ड्रेस अलग. उन्होंने कहा कि स्कूल की यूनिफॉर्म के लिए टेंडर आयोजित किए जा चुके हैं, लेकिन ड्रेस के रंग में कोई बदलाव नहीं होगा. हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों की ड्रेस में बदलाव को लेकर अगर किसी ने निर्णय लिया होगा तो मैं उसके खिलाफ एक्शन भी लूंगा.