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Special: शादियों को रोशन करने वालों पर गहराया रोजी-रोटी का संकट...बैंड तो बजेंगे पर बारात नहीं निकलेगी - बारात के पाबंदी होने से जयपुर के बैंड बाजे वाले बेरोजगार

राजस्थान में कोरोना संक्रमण काल में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है लेकिन इस संकट काल में विवाह करने वालों की कमी भी नहीं है. नई गाइडलाइंस के तहत घराती-बाराती से लेकर बैंड बाजों वालों के लिए भी अलग से अनुमति लेना पड़ रहा है. पिछले करीब 8 माह से वीरान पड़े मैरिज गार्डन अब शहनाइयों से गूंज उठेंगे लेकिन फिर भी बारात नहीं निकलेंगी. देखिए खास रिपोर्ट...

Rajasthan hindi news, ban on wedding procession
बारात के पाबंदी होने से जयपुर के बैंड बाजे वाले बेरोजगार
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Published : Nov 24, 2020, 2:18 PM IST

जयपुर. आप सोचिए अगर बिन बारात शादी की रस्में निभाई जाएगी तो कैसा लगेगा लेकिन इस बार कोरोना रिटर्न में ये भी मुमकिन होगा. जहां शादियों में बैंड तो बजेगा लेकिन बारात नहीं निकलेंगी. ऐसे हैरतअंगेज नियमों के चलते घराती और बाराती के साथ-साथ बैंड वादक भी असमंजस में है. यही वजह है कि बैंड संचालक अब परेशान है. इस आदेश के चलते उनके पहले से लिए गए ऑर्डर भी कैंसल हो रहे है और शादी-ब्याह वाले भी करें तो क्या करें.

बारात के पाबंदी होने से जयपुर के बैंड बाजे वाले बेरोजगार

देवउठनी एकादशी 25 नवंबर से सर्दियों के सीजन के सावे शुरू हो रहे है. साल के आखिरी 2 महीने नवंबर और दिसंबर में कुल आठ सावे है. ऐसे में इस सीजन में जयपुर शहर में करीब 8 हजार जोड़े विवाह बंधन में बंधेंगे. ऐसे में एक विवाह समारोह में मेहमानों की संख्या भी 100 तक सीमित कर दी गई है.

बेरोजगार हुए लाइटें पकड़नेवाले

वहीं अब धूमधाम से निकलने वाली गली-कॉलोनियों में बारात पर भी पाबंदी लगा दी गई है. जिसके चलते अब धूमधाम से निकलने वाली बंदौली भी नहीं निकल सकती और सीधे समारोह स्थल पर ही दूल्हा तोरण मार सकेगा. ऐसे में बंदौली के साथ लाइटें पकड़ने वाले भी बेरोजगार हो गए.

बैंड बाजा बजा सकते हैं लेकिन नहीं निकेलेगी बिंदौली

लॉ एंड आर्डर एडिशनल कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि अब तक के आदेशानुसार मैरिज गार्डन या होटल के अंदर ही ऐसे कार्यक्रमों की अनुमति है. ऐसे में बैंड वादन पर किसी तरह की रोक नहीं है वो बैंड बजा सकतें है लेकिन कोविड प्रोटोकॉल का तहत सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए सड़क पर बिंदौली नहीं निकाले दी जाएगी. इसके अलावा मैरिज गार्डन के अंदर या उसके बाहर खड़े होकर बैंड बजाने की अनुमति भी वर-वधु पक्ष को लेनी होगी लेकिन सड़कों पर बैंड पर डांस की अनुमति नहीं होगी.

Rajasthan hindi news, ban on wedding procession
बारात निकालने पर पाबंदी

यह भी पढ़ें. Special : कच्ची उम्र में विवाह का दंश, बाल विवाह रोकने में राजस्थान सरकार नाकाम

इस आदेश के बाद पहले से जूझ रहे बैंड संचालकों के सामने ओर परेशानी आ खड़ी हुई है. पहले से लाखों लोग बेरोजगार है और उपर से इस निर्देश के बाद पहले से हुई बुकिंग भी रद्द हो रही है. यहां तक कि वर-वधु पक्ष बैंड को बुक ही नहीं कर रहे है. जिसके चलते उनके सामने एक विकेट परिस्थिति खड़ी हो गई है.

Rajasthan hindi news, ban on wedding procession
बैंड बाजों के लिए अलग से लेना पड़ेगा अनुमति

बेलदारी करने और सब्जी बेचने को मजबूर

उनका कहेना है कि जब बारात ही नहीं निकलेंगी तो कौन बैंड की बुकिंग करेगा. ऐसे में पहले से बेलदारी करने और सब्जी बेचने को मजबूर बैंड वादकों की एक बार फिर आस टूट चुकी है.

Rajasthan hindi news, ban on wedding procession
बैंड बाजे वाले दूसरे कार्य करने को हुए मजबूर

ऐसे में सड़क पर बैंड बाजों के साथ बारात किसी भी समय नहीं निकाली जा सकेगी. जिसके चलते वर-वधु पक्ष बैंड बुकिंग भी कैंसल कर रहे है. जिसके चलते बैंडबाजे, लाइट और लावाजमे के काम से जुड़े लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है.

जयपुर. आप सोचिए अगर बिन बारात शादी की रस्में निभाई जाएगी तो कैसा लगेगा लेकिन इस बार कोरोना रिटर्न में ये भी मुमकिन होगा. जहां शादियों में बैंड तो बजेगा लेकिन बारात नहीं निकलेंगी. ऐसे हैरतअंगेज नियमों के चलते घराती और बाराती के साथ-साथ बैंड वादक भी असमंजस में है. यही वजह है कि बैंड संचालक अब परेशान है. इस आदेश के चलते उनके पहले से लिए गए ऑर्डर भी कैंसल हो रहे है और शादी-ब्याह वाले भी करें तो क्या करें.

बारात के पाबंदी होने से जयपुर के बैंड बाजे वाले बेरोजगार

देवउठनी एकादशी 25 नवंबर से सर्दियों के सीजन के सावे शुरू हो रहे है. साल के आखिरी 2 महीने नवंबर और दिसंबर में कुल आठ सावे है. ऐसे में इस सीजन में जयपुर शहर में करीब 8 हजार जोड़े विवाह बंधन में बंधेंगे. ऐसे में एक विवाह समारोह में मेहमानों की संख्या भी 100 तक सीमित कर दी गई है.

बेरोजगार हुए लाइटें पकड़नेवाले

वहीं अब धूमधाम से निकलने वाली गली-कॉलोनियों में बारात पर भी पाबंदी लगा दी गई है. जिसके चलते अब धूमधाम से निकलने वाली बंदौली भी नहीं निकल सकती और सीधे समारोह स्थल पर ही दूल्हा तोरण मार सकेगा. ऐसे में बंदौली के साथ लाइटें पकड़ने वाले भी बेरोजगार हो गए.

बैंड बाजा बजा सकते हैं लेकिन नहीं निकेलेगी बिंदौली

लॉ एंड आर्डर एडिशनल कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि अब तक के आदेशानुसार मैरिज गार्डन या होटल के अंदर ही ऐसे कार्यक्रमों की अनुमति है. ऐसे में बैंड वादन पर किसी तरह की रोक नहीं है वो बैंड बजा सकतें है लेकिन कोविड प्रोटोकॉल का तहत सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए सड़क पर बिंदौली नहीं निकाले दी जाएगी. इसके अलावा मैरिज गार्डन के अंदर या उसके बाहर खड़े होकर बैंड बजाने की अनुमति भी वर-वधु पक्ष को लेनी होगी लेकिन सड़कों पर बैंड पर डांस की अनुमति नहीं होगी.

Rajasthan hindi news, ban on wedding procession
बारात निकालने पर पाबंदी

यह भी पढ़ें. Special : कच्ची उम्र में विवाह का दंश, बाल विवाह रोकने में राजस्थान सरकार नाकाम

इस आदेश के बाद पहले से जूझ रहे बैंड संचालकों के सामने ओर परेशानी आ खड़ी हुई है. पहले से लाखों लोग बेरोजगार है और उपर से इस निर्देश के बाद पहले से हुई बुकिंग भी रद्द हो रही है. यहां तक कि वर-वधु पक्ष बैंड को बुक ही नहीं कर रहे है. जिसके चलते उनके सामने एक विकेट परिस्थिति खड़ी हो गई है.

Rajasthan hindi news, ban on wedding procession
बैंड बाजों के लिए अलग से लेना पड़ेगा अनुमति

बेलदारी करने और सब्जी बेचने को मजबूर

उनका कहेना है कि जब बारात ही नहीं निकलेंगी तो कौन बैंड की बुकिंग करेगा. ऐसे में पहले से बेलदारी करने और सब्जी बेचने को मजबूर बैंड वादकों की एक बार फिर आस टूट चुकी है.

Rajasthan hindi news, ban on wedding procession
बैंड बाजे वाले दूसरे कार्य करने को हुए मजबूर

ऐसे में सड़क पर बैंड बाजों के साथ बारात किसी भी समय नहीं निकाली जा सकेगी. जिसके चलते वर-वधु पक्ष बैंड बुकिंग भी कैंसल कर रहे है. जिसके चलते बैंडबाजे, लाइट और लावाजमे के काम से जुड़े लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है.

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