जयपुर. राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि लॉकडाउन के दौरान अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे जिले, राज्य आपकी कॉलोनी, मोहल्ले में आया है तो उसकी सूचना सरकारी तंत्र को उपलब्ध करवाएं. ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उसकी स्क्रीनिंग और मॉनिटरिंग करवाई जा सके. सरकार अपने स्तर पर भी इसे लेकर डोर टू डोर सर्वे करवाएगी.
राज्य में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप ने सोमवार को बताया कि केन्द्र सरकार के निर्देश पर राज्य के सभी जिलों और पड़ौसी राज्यों से लगने वाली सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया गया है.
कोई भी व्यक्ति यहां से नहीं आ जा सकता है, जो लोग पलायन के लिए जा रहे थे, उन्हें रोककर अलग अगल स्थानों पर 14 दिन के लिए निरूद्ध किया गया है. स्वरूप का कहना है कि अब इनमें से कुछ लोग यह कह रहे हैं कि उन्हें फिर से उसी स्थान पर जाने दिया जाए, जहां से वो निकले थे.
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लेकिन, केन्द्र के निर्देश पर अब ऐसा करना संभव नहीं है. उन्होंने साफ कर दिया है कि अब ऐसे लोगों को 14 दिन तक निर्धारित स्थलों पर रहना होगा. केन्द्र सरकार ने किसी भी तरह के मूवमेंट पर रोक लगा दी है.
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एसीएस राजीव स्वरूप से बताया कि केन्द्र सरकार के निर्देश हैं कि कोई भी नियोक्त अपने कर्मचारियों को नौकरी से नहीं निकालेगा. उन्होंने बताया कि इसलिए लॉकडाउन से छूट प्राप्त संस्थानों को अपने कार्यालय खोलने की अनुमति दी गई है, ताकि वो वेतन की व्यवस्था कर सकें.
स्वरूप ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जहां हैं, वहीं रहें और धैर्य रखें. सरकार हरसंभव मदद करने के प्रयास लगातार कर रही है.