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बहुला चतुर्थी आज, अखंड सौभाग्य की कामना के लिए महिलाओं ने रखा व्रत

संतान की दीर्घायु की कामना का बहुला चौथ व्रत शुक्रवार (7 अगस्त) को है. ऐसे में भादों मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी को मनाए जाने वाले इस पर्व पर सुहागिन दिनभर उपवास रहकर शिव, पार्वती और गणेश जी के साथ बहुला गाय की प्रतिमा की पूजा करेगी.

Women fasted for Bahula Chaturthi, महिलाओं ने रखा व्रत
बहुला चतुर्थी आज
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Published : Aug 7, 2020, 4:07 PM IST

जयपुर. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार साल के चार बड़े चौथ व्रतों में से एक भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी आज (7 अगस्त) है. शुक्रवार को बहुला चौथ व्रत का चंद्रोदय रात करीब 9 बजकर 47 मिनट पर होगा. इसे भादवा चौथ और बहुला चौथ भी कहा जाता है. ऐसे में अखंड सौभाग्य की कामना करते हुए महिलाओं ने व्रत रखा है.

आज के दिन सुहागिन दिनभर उपवास रहकर और समूह में बैठकर गणेश भगवान के साथ शिव परिवार की पूजा करेंगी और चौथ माता की कहानी सुनेंगी. इस दौरान फूल, भांग, बेलपत्र और दूब के साथ शिव-पार्वती और गणपति बप्पा की आराधना कर चंद्रमा को सफेद फूल और दूध से अर्घ्य देंगी.

बहुला चतुर्थी आज

सायंकाल चंद्रोदय होने पर अर्घ्य देकर व्रत और पूजा करने से परिवार में सुख और समृद्धि बढ़ती है. बता दें कि आज के दिन सुहागिनों के व्रत करने से निसंतान को संतान और संतान वाले को मान-सम्मान प्रदान करने वाला माना जाता है.

पढ़ेंः Corona के प्रभाव के बीच महिलाएं ऐसे मना रही तीज का पर्व

वहीं मुहूर्त के अनुसार बहुला पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 6.32 बजे से 7 बजे के बीच श्रेयस्कर रहेगा. इस समय कई तरह के पकवान बनाए जाएंगे. जिन्हें बहुला को अर्पित किया जाता है. कहते है कि बहुला चतुर्थी के दिन प्रथम पूज्य भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि इस दिन उनकी पूजा करने सुखों की प्राप्ति होती है.

जयपुर. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार साल के चार बड़े चौथ व्रतों में से एक भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी आज (7 अगस्त) है. शुक्रवार को बहुला चौथ व्रत का चंद्रोदय रात करीब 9 बजकर 47 मिनट पर होगा. इसे भादवा चौथ और बहुला चौथ भी कहा जाता है. ऐसे में अखंड सौभाग्य की कामना करते हुए महिलाओं ने व्रत रखा है.

आज के दिन सुहागिन दिनभर उपवास रहकर और समूह में बैठकर गणेश भगवान के साथ शिव परिवार की पूजा करेंगी और चौथ माता की कहानी सुनेंगी. इस दौरान फूल, भांग, बेलपत्र और दूब के साथ शिव-पार्वती और गणपति बप्पा की आराधना कर चंद्रमा को सफेद फूल और दूध से अर्घ्य देंगी.

बहुला चतुर्थी आज

सायंकाल चंद्रोदय होने पर अर्घ्य देकर व्रत और पूजा करने से परिवार में सुख और समृद्धि बढ़ती है. बता दें कि आज के दिन सुहागिनों के व्रत करने से निसंतान को संतान और संतान वाले को मान-सम्मान प्रदान करने वाला माना जाता है.

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वहीं मुहूर्त के अनुसार बहुला पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 6.32 बजे से 7 बजे के बीच श्रेयस्कर रहेगा. इस समय कई तरह के पकवान बनाए जाएंगे. जिन्हें बहुला को अर्पित किया जाता है. कहते है कि बहुला चतुर्थी के दिन प्रथम पूज्य भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि इस दिन उनकी पूजा करने सुखों की प्राप्ति होती है.

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