जयपुर. राजस्थान में इन दिनों कांग्रेस में अगर किसी बात की सबसे ज्यादा चर्चा है तो वह है राजनीतिक नियुक्तियां. जिसे लेकर कहा जा रहा था कि अब यह नियुक्तियां निकाय चुनाव के बाद ही की जाएंगी. लेकिन पहले विधानसभा और लोकसभा चुनाव के बाद भी अब तक नियुक्तियों से महरूम रहे कांग्रेस कार्यकर्ता अभी से नाराजगी दिखाने लगे हैं.
ऐसे में अब राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने गुरुवार को हुई कांग्रेस पदाधिकारियों और मंत्रियों की बैठक में कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बने हुए 9 महीने का समय हो चुका है. इसलिए राजनीतिक नियुक्तियां भी जल्द ही की जाएं. वहीं बैठक के दौरान मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि राजनीतिक नियुक्तियां न केवल जल्द की जाएं, बल्कि वह एक साथ भी की जाएं क्योंकि नियुक्तियों में गैप रखने से कार्यकर्ताओं में नाराजगी बढ़ती है. इस दौरान महिला कांग्रेस अध्यक्ष रेहाना रियाज ने भी नाराजगी जताते हुए कहा कि राजनीतिक नियुक्तियों में वही होगा जो टिकट के बंटवारे के दौरान हुआ था.
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अभी मंत्रिमंडल अच्छा काम कर रहा है...
वहीं, बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के बाद लगातार यह भी कहा जा रहा है कि राजस्थान में कभी भी मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. लेकिन आज अविनाश पांडे के बयान से यह साफ हो गया है कि मंत्रिमंडल विस्तार कम-से-कम निकाय चुनाव से पहले तो प्रदेश में नहीं होने जा रहा है. इसे लेकर आज प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि अभी प्रदेश के मंत्रिमंडल के सदस्य अच्छा काम कर रहे हैं और जो मंत्री अच्छा काम कर रहे हैं उन को प्रमोट किया जाएगा.
वहीं, उन्होंने कहा कि जो जगह अभी खाली हैं उस जगह को भी भरा जाएगा. पांडे ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार आने वाले समय में होगा. इसका मतलब साफ है कि अभी कम से कम आगामी निकाय चुनाव तो राजस्थान में किसी तरह का मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होने जा रहा है. वैसे भी जिस तरह से बसपा के विधायकों के आने के बाद संगठन की ओर से प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने नाराजगी दिखाइ है, उसे देखते हुए कम से कम निकाय चुनाव से पहले तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत संगठन के अध्यक्ष सचिन पायलट से सीधा टकराव नहीं चाहेंगे.