जयपुर. केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में एनडीए से गठबंधन तोड़ने की धमकी देने वाले आरएलपी संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल के बयान पर सियासत गरमा गई है. अब भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने बेनीवाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बेनीवाल कल एनडीए छोड़ते हैं तो आज छोड़ दें, लेकिन पीएम मोदी की देशभक्त केंद्र सरकार को धमकाने और आंख दिखाने का प्रयास ना करें.
अशोक परनामी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि आरएलपी सांसद हनुमान बेनीवाल का एनडीए छोड़ने की धमकी देने वाला बयान निंदनीय है. परनामी ने कहा कि बेनीवाल पहले भी हल्के स्तर के बयान देते रहे हैं, लेकिन उन्हें गठबंधन धर्म का पता होना चाहिए. उन्होंने कहा कि हनुमान बेनीवाल किसी भी तरह का फैसला लेने में स्वतंत्र है, क्योंकि वो ही अभी पार्टी के एकमात्र सांसद और संयोजक हैं, ऐसे में उन्हें कौन रोक सकता है.
परनामी ने कहा कि केंद्रीय मंत्रियों ने किसानों को वार्ता के लिए आमंत्रण दिया है. केंद्र सरकार खुले मन से किसानों से वार्ता और उनकी वाजिब समस्याओं के समाधान और किसानों की गलतफहमियां दूर करने के लिए तैयार है, लेकिन किसानों के नाम पर राजनीतिक रोटी सेकना कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
इससे पहले बुधवार को छबड़ा से भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी, पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत, प्रहलाद गुंजल और विद्याशंकर नंदवाना ने भी एक संयुक्त बयान जारी कर हनुमान बेनीवाल के एनडीए गठबंधन छोड़ने की धमकी से जुड़े बयान की निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि वे गठबंधन छोड़ते हैं तो छोड़ दें, बीजेपी को उनकी गरज नहीं है.