जयपुर. देशभर में कोरोना की रोकथाम के लिए लॉकडाउन लागू है. ऐसे में लोगों को सामान की कमी आना आम बात है. प्रशासन भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहा है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जिसमें एक महिला ने अपने बच्चे के दूध के लिए मदद मांगी. जिसके लिए रेलवे प्रशासन आगे आया और महिला तक मदद पहुंचाई.
4 अप्रैल को नेहा ने एक Tweet किया. जिसमें प्रधानमंत्री मोदी को भी टैग किया. नेहा ने अपने Tweet में लिखा कि सर, मेरा साढ़े तीन साल का बच्चा है. उसे ऑटिज्म है. साथ ही खाने-पीने से एलर्जी भी. वह ऊंटनी के दूध और दालें ही खाता है. मेरे पास इतना दूध नहीं है कि वह पूरे लॉकडाउन में चल जाए. मुझे राजस्थान के सादड़ी से ऊंटनी का दूध या दूध पाउडर दिलाने में मदद करें.
महिला के इस Tweet के बाद कड़ी से कड़ी जुड़ती गई और उसकी मदद के लिए आगे आया रेलवे परिवार. रेलवे राजस्थान के फालना शहर से 20 लीटर दूध और 20 किलो दूध पाउडर मुंबई लेकर गया और इसे परिवार तक पहुंचाया. इसके बाद कई लोगों ने उनके Tweet पर जवाब दिया.
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इस बीच ओडिशा के IPS अधिकारी अरुण बोथरा ने भी नेहा को जवाब दिया. उन्होंने नेहा से जानकारी ली फिर बोथरा ने आदविक Foods से संपर्क किया. यह कंपनी राजस्थान में है और ऊंटनी का दूध बेचती है. कंपनी ने बच्चे के दूध देने के लिए हामी भर दी. लेकिन फिर बात मुंबई भेजने पर अड़ गई.
अब बड़ा सवाल ये था कि लॉकडाउन है तो दूध मुंबई जाएगा कैसे? इस पर IAS बोथरा ने रेलवे से मदद मांगी. उत्तर पश्चिम रेलवे के चीफ पैसेंजर ट्रैफिक मैनेजर तरुण जैन ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए. वहीं, बोथरा ने Tweet कर मामले की जानकारी दी. इसी के साथ उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अभय शर्मा ने बताया कि नॉर्थ ईस्ट और नॉर्थ वेस्ट रेलवे की ओर से फालना स्टेशन पर गाड़ी को रुकवाया गया और उसके बाद उसे मुंबई तक पहुंचाया गया. हालांकि महिला को ऊंट का दूध मिल गया है. जिसको लेकर हर तरफ रेल प्रशासन की तारीफ भी की जा रही है.