जयपुर. राजस्थान में उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति के लिए अब तक एक लाख से ज्यादा आवेदन आए हैं. अब कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 मार्च तक बढ़ा दी है. हालांकि, फिलहाल कोरोना काल में प्रमोट किए गए विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति मिलेगी या नहीं, इस पर संशय बरकरार है.
दरसअल, शिक्षा विभाग ने कोरोना काल में प्रमोटेड विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने पर रोक लगा रखी है. लेकिन विद्यार्थियों का उत्साह इतना है कि उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति के लिए अब तक एक लाख से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं. हालांकि, अब कॉलेज शिक्षा आयुक्त संदेश नायक ने आदेश जारी कर मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने की तारीख 15 मार्च तक के लिए बढ़ा दी है.
कोरोना काल में फाइनल ईयर के अलावा अन्य सभी ईयर के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा ही प्रमोट किया गया है. इसी वजह से छात्रवृत्ति देने में समस्या हो रही है. बताया जा रहा है कि अब कॉलेज शिक्षा विभाग ने छात्रवृत्ति देने का तरीका बदलने की तैयारी कर ली है. जिसके तहत सरकार को तीन विकल्प भेजे जाने की जानकारी मिली है. पहला विकल्प है कि सभी विद्यार्थियों को 5-5 हजार रुपए छात्रवृत्ति दी जाए. दूसरे विकल्प के तहत राशि को आधी यानि 2500-2500 रुपए कर सभी आवेदकों को छात्रवृत्ति देने की योजना है. जबकि एक विकल्प यह भी है कि बीते दो साल के अंक के आधार पर मेरिट बनाकर विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाए. हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि छात्रवृत्ति कैसे दी जाएगी.
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उच्च शिक्षा विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 2019 में जहां छात्रवृत्ति के लिए 75 हजार आवेदन आए हैं. जबकि 2018 में 83,577 विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था. लेकिन इस बार अब तक 1,01,326 आवेदन छात्रवृत्ति के लिए आए हैं. इसके अलावा देवनारायण स्कूटी योजना के लिए 2,965, इंसेंटिव के लिए 379 और कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के लिए 510 आवेदन आए हैं. इस योजना के तहत आवेदन की आखिरी तारीख 31 मार्च है.