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अनीता कुंडू ने -50 डिग्री में तिरंगा फहराया, दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी अकोंकागुआ को फतह किया - अकोंकागुआ की चोटी पर अनीता कुंडू

अनिता कुंडू 7 महाद्वीपों में से 6 महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को फतह कर चुकी हैं. अनीता कुंडू ने दक्षिण अमेरिका की इस चोटी को फतह करने की जानकारी परिवार को सेटेलाइट के जरिए दी, जिसके बाद परिजनों में इस उपलब्धि को लेकर खुशियों का माहौल है.

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अनीता कुंडू की सफलता
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Published : Jan 3, 2020, 10:33 AM IST

हिसारः फरीदपुर की बेटी और हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात पर्वतारोही अनीता कुंडू ने दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी अकोंकागुआ को फतह कर लिया है. अनीता कुंडू ने बुधवार को सुबह करीब 12 बजे अकोंकागुआ के शिखर पर तिरंगा लहरा दिया. अनीता ने अपने सेवन समिट अभियान के अंतर्गत छठे महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी को फतह किया है.

अनीता कुंडू की सफलता

अनिता कुंडू 7 महाद्वीपों में से 6 महाद्वीपों एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अंटार्टिका, दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटियों को फतह कर चुकी हैं. अनीता कुंडू की इस उपलब्धि से परिवार में भी खुशी का माहौल है. अनीता कुंडू ने हड्डियों को गला देने वाली ठंड, ऑक्सीजन की बेहद कमी, बर्फीली हवाओं को मात देते हुए इस चोटी पर विजय हासिल की है.

परिवार को अनीता पर पूरा विश्वास
अनीता के परिजनों ने बताया, कि नए साल के मौके पर अनीता ने इस चोटी को फतह कर एक और खुशी दी है. हालांकि अनीता कुंडू से 3 दिन तक संपर्क नहीं होने के कारण परेशानी का माहौल था, फिर सूचना मिली की चोटी को फतह किया जा चुका है. परिवार को विश्वास था, कि अनीता इस चोटी को फतह करेगी.

हर मां की तरह मुझे भी हुई चिंता- अनीता की मां
अनीता कुंडू की मां ने कहा, कि जब अनीता का कॉल नहीं आया तो हर मां की तरह उन्हें भी चिंता हुई, लेकिन उन्हें पूरा विश्वास था. उन्होंने कहा, कि वो किसी को भी अपनी परेशानी बता कर दुखी नहीं करना चाहती थीं, लेकिन परिवार के सभी सदस्यों को इस बारे में चिंता हो रही थी. जब उन्हें चोटी को फतह करने की सूचना मिली तो खुशी हुई.

ये भी पढ़ेंः खनन माफियाओं ने बनाया व्हॉट्स ऐप नेटवर्क, हर रेड से पहले पहुंच जाती है जानकारी

अनीता जारी रखेंगी अपना अभियान- अनीता की बहन
अनीता कुंडू की बहन ने बताया, कि चोटी को फतह करने से पहले अनीता काफी बेचैन थी, लेकिन अकोंकागुआ चोटी को फतह करने के बाद की खुशी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, कि सेवन समिट अभियान के पूरा होने के बाद भी अनीता कुंडू इस प्रकार के अभियान जारी रखेंगी.

अनीता की उपलब्धियां

  • दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर 3 बार विजय.
  • नेपाल और चीन दोनों ही रास्तों से एवरेस्ट को फतह करने वाली हिंदुस्तान की इकलौती बेटी.
  • एवरेस्ट के ही समान माउंट मनाशूल पर विजय.
  • सतोपंथ, कोकस्टेट आदि हिंदुस्तान की चोटियों पर विजय.

बता दें, कि अनीता सभी भाई बहनों में सबसे बड़ी है. अनीता के पिता का देहांत हुआ तो उनकी उम्र 13 साल थी. वो विपरीत हालातों से भी लड़ीं और कई उपलब्धियां अपने देश के नाम की. पर्वतारोहण बहुत महंगा है. अनीता ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर इसकी शुरुआत की थी. उन्होंने एवरेस्ट के तीन अभियान किए. इसके बाद राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा ने अनीता को अपनी कंपनी एसआईएस और हिंदुस्तान समाचार समूह का ब्रांड एंबेसडर बनाया और उनके सभी अभियानों के खर्च को उठाया.

हिसारः फरीदपुर की बेटी और हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात पर्वतारोही अनीता कुंडू ने दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी अकोंकागुआ को फतह कर लिया है. अनीता कुंडू ने बुधवार को सुबह करीब 12 बजे अकोंकागुआ के शिखर पर तिरंगा लहरा दिया. अनीता ने अपने सेवन समिट अभियान के अंतर्गत छठे महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी को फतह किया है.

अनीता कुंडू की सफलता

अनिता कुंडू 7 महाद्वीपों में से 6 महाद्वीपों एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अंटार्टिका, दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटियों को फतह कर चुकी हैं. अनीता कुंडू की इस उपलब्धि से परिवार में भी खुशी का माहौल है. अनीता कुंडू ने हड्डियों को गला देने वाली ठंड, ऑक्सीजन की बेहद कमी, बर्फीली हवाओं को मात देते हुए इस चोटी पर विजय हासिल की है.

परिवार को अनीता पर पूरा विश्वास
अनीता के परिजनों ने बताया, कि नए साल के मौके पर अनीता ने इस चोटी को फतह कर एक और खुशी दी है. हालांकि अनीता कुंडू से 3 दिन तक संपर्क नहीं होने के कारण परेशानी का माहौल था, फिर सूचना मिली की चोटी को फतह किया जा चुका है. परिवार को विश्वास था, कि अनीता इस चोटी को फतह करेगी.

हर मां की तरह मुझे भी हुई चिंता- अनीता की मां
अनीता कुंडू की मां ने कहा, कि जब अनीता का कॉल नहीं आया तो हर मां की तरह उन्हें भी चिंता हुई, लेकिन उन्हें पूरा विश्वास था. उन्होंने कहा, कि वो किसी को भी अपनी परेशानी बता कर दुखी नहीं करना चाहती थीं, लेकिन परिवार के सभी सदस्यों को इस बारे में चिंता हो रही थी. जब उन्हें चोटी को फतह करने की सूचना मिली तो खुशी हुई.

ये भी पढ़ेंः खनन माफियाओं ने बनाया व्हॉट्स ऐप नेटवर्क, हर रेड से पहले पहुंच जाती है जानकारी

अनीता जारी रखेंगी अपना अभियान- अनीता की बहन
अनीता कुंडू की बहन ने बताया, कि चोटी को फतह करने से पहले अनीता काफी बेचैन थी, लेकिन अकोंकागुआ चोटी को फतह करने के बाद की खुशी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, कि सेवन समिट अभियान के पूरा होने के बाद भी अनीता कुंडू इस प्रकार के अभियान जारी रखेंगी.

अनीता की उपलब्धियां

  • दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर 3 बार विजय.
  • नेपाल और चीन दोनों ही रास्तों से एवरेस्ट को फतह करने वाली हिंदुस्तान की इकलौती बेटी.
  • एवरेस्ट के ही समान माउंट मनाशूल पर विजय.
  • सतोपंथ, कोकस्टेट आदि हिंदुस्तान की चोटियों पर विजय.

बता दें, कि अनीता सभी भाई बहनों में सबसे बड़ी है. अनीता के पिता का देहांत हुआ तो उनकी उम्र 13 साल थी. वो विपरीत हालातों से भी लड़ीं और कई उपलब्धियां अपने देश के नाम की. पर्वतारोहण बहुत महंगा है. अनीता ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेचकर इसकी शुरुआत की थी. उन्होंने एवरेस्ट के तीन अभियान किए. इसके बाद राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा ने अनीता को अपनी कंपनी एसआईएस और हिंदुस्तान समाचार समूह का ब्रांड एंबेसडर बनाया और उनके सभी अभियानों के खर्च को उठाया.

Intro:एंकर - हिसार के फरीदपुर की बेटी और हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात पर्वतारोही अनीता कुंडू ने दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी आकोंकागुआ को फतह कर लिया। अनीता कुंडू ने बुधवार को सुबह 12 बाजक 05 मिनट पर आकोंकागुआ के शिखर पर तिरंगा लहरा दिया। अनीता ने अपने सेवन समिट अभियान के अंतर्गत छठे महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी को फतह किया। सात महाद्वीपों में से छह महाद्वीपों एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अंटार्टिका, दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटियों को फतह कर चुकी हैं। अनीता कुंडू ने दक्षिण अमेरिका की इस चोटी को फतह करने की जानकारी परिवार को सेटेलाइट के माध्यम से दी, जिसके बाद परिवार में उनकी इस उपलब्धि को लेकर खुशियों का माहौल है। अनीता कुंडू ने हड्डियों को गला देने वाली ठंड, ऑक्सीजन की बेहद कमी, बर्फीली हवाओं को मात देते हुए इस चोटी पर विजय प्राप्त की है। अनीता सभी भाई बहनों में सबसे बड़ी है। अनीता के पिता का देहांत हुआ तो उनकी उम्र 13 साल थी। वह विपरीत हालातों से भी लड़ी और अनेकों उपलब्धियां अपने देश के नाम की। पर्वतारोहण बहुत महंगा है अनीता ने अपनी पुश्तैनी जमीन आदि बेचकर इसकी शुरुआत की। उन्होंने एवरेस्ट के तीन अभियान किए इसके बाद राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने अनीता को अपनी कंपनी एस आई एस व हिंदुस्तान समाचार समूह का ब्रांड एंबेसडर बनाया और उनके सभी अभियानों के खर्च को उठाया।

अनीता की उपलब्धियां -

दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर 3 बार विजय।

नेपाल और चीन दोनों ही रास्तों से एवरेस्ट को फतह करने वाली हिंदुस्तान की इकलौती बेटी।

एवरेस्ट के ही समान माउंट मनाशूल पर विजय।

सतोपंथ, कोकस्टेट आदि हिंदुस्तान की चोटियों पर विजय।




Body:वीओ - परिवार ने बताया कि नए साल के मौके पर अनिता कुंडू के इस चोटी को फतह कर एक और खुशी दी है। अनीता कुंडू से 3 दिन तक संपर्क नहीं होने के कारण परेशानी का माहौल था लेकिन फिर सूचना मिली की चोटी को फतह किया जा चुका है। परिवार को विश्वास था कि अनीता इस चोटी को फतह करेगी।

अनीता कुंडू की मां ने कहा कि जब अनीता का कॉल नहीं आया तो प्रत्येक मां की तरह उन्हें भी चिंता हुई लेकिन उन्हें पूरा विश्वास था। उन्होंने कहा कि वह किसी को भी अपनी परेशानी बता कर दुखी नहीं करना चाहती थी लेकिन परिवार के सभी सदस्यों को इस बारे में चिंता हो रही थी। जब उन्हें चोटी को फतह करने की सूचना मिली तो खुशी हुई। अनीता की मां ने कहा कि उन्हें इतना विश्वास है कि अनीता सात नहीं 14 चोटी भी फतह कर देगी। उन्होंने कहा कि अनीता कुंडू बचपन से ही बाकी भाई बहनों से अलग है।

वही अनिता कुंडू की भाभी ने कहा कि परिवार को खुशी के साथ-साथ गर्व है कि अनीता ने देश को नए साल का तोहफा दिया है। उन्होंने कहा कि सात चोटियों को फतह करने के अभियान में अनीता ने छह चोटियों को फतह कर लिया है।

अनिता कुंडू की बहन ने बताया कि चोटी को फतह करने से पहले काफी बेचैनी थी लेकिन आकोंकागुआ चोटी को फतह करने के बाद की खुशी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि सेवन समिट अभियान के पूरा होने के बाद भी अनीता कुंडू इस प्रकार के अभियान जारी रखेंगी।


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