जयपुर. राजधानी के हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम की पशु प्रबंधन शाखा की ओर से चलाए जाने वाले एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम पर फरवरी से ब्रेक लगा हुआ (Animal birth control programme closed in Jaipur) है. जिसका खामियाजा शहर की आम जनता और मासूमों को भुगतना पड़ रहा है. हाल ही में सामने आए दो मामलों में आवारा डॉग्स ने मासूम बच्चों को बुरी तरह काटा और गंभीर रूप से घायल कर दिया.
ताजा मामला झालाना डूंगरी क्षेत्र का है. जहां रविवार को 8 वर्षीय मासूम कुनाल साहू पर आवारा डॉग ने हमला कर घायल कर (Dog attacked on kid in Jhalana area) दिया. डॉग के हमले से कुनाल का बाएं कान का आधा हिस्सा कट गया और गाल में भी छेद हो गया. जिस पर परिजनों ने मासूम को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया. 2 दिन चले इलाज के बाद कुनाल को डिस्चार्ज कर दिया गया है. लेकिन 8 जून को उसके कान का ऑपरेशन किया जाएगा. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने एक बार फिर निगम को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आवारा डॉग्स को लेकर निगम में कई बार सूचना दी जा चुकी है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही.
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इससे पहले 19 मई को मुहाना थाना क्षेत्र में भी इसी तरह का मामला सामने आया था. जहां एक बच्चे पर पांच स्ट्रीट डॉग्स ने हमला कर दिया था. जिसके 45 जख्म हुए और अब तक ये जख्म हरे हैं. कारण साफ है कि ना तो उन आवारा डॉग्स को पकड़ा जा सका है, और ना ही उनका बंध्याकरण किया गया है. क्योंकि नगर निगम प्रशासन की ओर से चलाया जाने वाला एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम फरवरी महीने से बंद पड़ा है. जिसका कारण संबंधित फर्म को निगम प्रशासन की ओर से पेमेंट नहीं किया जाना बताया जा रहा है. आपको बता दें कि गर्मियों में डॉग बाइटिंग के मामले बढ़ जाते हैं. प्यास नहीं बुझने, पर्याप्त भोजन नहीं मिलने और एडल्ट डॉग का टेस्ट्रॉन लेवल बढ़ जाने, नसबंदी नहीं हो पाने की वजह से डॉग्स एग्रेसिव हो जाते हैं.