जयपुर. उत्तर क्षेत्रीय परिषद की बैठक लेने जयपुर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah reached Rajasthan BJP headquarters) शाम 5:30 बजे भाजपा मुख्यालय भी पहुंचे. यहां उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की. भाजपा कोर ग्रुप के नेताओं के साथ अमित शाह ने चाय पर चर्चा (Shah Discussion with core committee members) की. 5:30 बजे भाजपा कार्यालय पहुंचे अमित शाह पर 6:25 पर भाजपा कार्यालय से निकल गए. इस दौरान भाजपा कार्यालय में सबसे पहले उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की जिसके बाद शाह ने भाजपा कार्यालय में प्रदेश भाजपा के कोर ग्रुप के साथ चाय पर लम्बी चर्चा की.
प्रदेश भाजपा के कोर ग्रुप में शामिल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रभारी अरुण सिंह, संगठन महामंत्री चंद्रशेखर, राजेंद्र राठौड़ ,सीपी जोशी, राजेंद्र गहलोत और अलका गुर्जर मौजूद रहे. कोर ग्रुप में इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह को प्रदेश भाजपा के नेताओं के एकजुट होने का संदेश तो दिया ही, उदयपुर की घटना के बाद राजस्थान की कानून व्यवस्था के साथ ही, पीएफआई पर बैन लगाने और इआरसीपी को लेकर भी अपनी बात अमित शाह के सामने अनौपचारिक तौर पर रखी.
भाजपा कार्यालय में कोर ग्रुप के साथ बैठक करने से पहले अमित शाह भाजपा के राजस्थान के वरिष्ठ और प्रमुख नेताओं से भी मिले. इनमें सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, डॉ. किरोड़ीलाल मीणा, सांसद दीया कुमारी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी,अरुण चतुर्वेदी, सांसद रामचरण बोहरा, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच, अजयपाल सिंह, भजनलाल शर्मा,प्रदेश मन्त्री श्रवण सिंह बगड़ी, अशोक सैनी, मधु कुमावत और जयपुर ग्रेटर महापुर सौम्या गुर्जर शामिल रहीं.
राज्यपाल से भी मिले गृह मंत्री अमित शाह, संविधान पार्क की राजस्थान की पहल को सराहा
जयपुर एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल कलराज मिश्र से भी राजभवन में मुलाकात की. शाह ने राज्यपाल मिश्र से संविधान, देश में सीमावर्ती क्षेत्रों में आंतरिक सुरक्षा आदि पर विस्तार से चर्चा की. राज्यपाल मिश्र ने इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह को राजभवन परिसर में बन रहे संविधान पार्क और संविधान जागरूकता के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी. शाह ने राजभवन में संविधान पार्क को देशभर में अभिनव पहल बताते हुए संविधान जागरूकता के लिए राज्यपाल मिश्र के कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि संविधान सर्वोच्च विधान है और इसके प्रति समर्पण भाव जरूरी है. उन्होंने नई पीढ़ी में संविधान के उद्देश्य और मूल कर्तव्यों की जागरूकता के लिए बनाए जा रहे विश्वविद्यालयों के संविधान पार्क के लिए राज्यपाल की पहल को अनूठा बताते हुए कहा कि यह अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा देने वाला कार्य है.