जयपुर. हेरिटेज नगर निगम में समितियों के गठन (Jaipur Heritage Municipal Corporation case) का बढ़ता इंतजार अब निर्दलीय पार्षदों को रास नहीं आ रहा. निर्दलीय पार्षद निगम बोर्ड के गठन के दौरान किए गए वादों को पूरा करने और हेरिटेज निगम की समितियों में खुद की जगह सुनिश्चित करने को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलते हुए भटक रहे हैं.
इस बार आक्रोशित पार्षदों ने सरकार को फाइनल अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि यदि समितियों में उन्हें जगह नहीं मिलती है, तो वो हेरिटेज नगर निगम में बने बोर्ड से अपना समर्थन वापस ले लेंगे. मामले की गंभीरता को समझते हुए किशनपोल विधायक अमीन कागजी (Amin Kagji support to independent councilors of Jaipur) ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को पत्र लिखकर हेरिटेज निगम की 1 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी कमेटियां नहीं बनने की ओर ध्यान आकर्षित (Amin Kagzi Letter to Dhariwal) कराया है.
साथ ही हेरिटेज निगम में स्पष्ट बहुमत नहीं होने के बावजूद हेरिटेज में कांग्रेस का महापौर बनाने में 9 निर्दलीय पार्षदों की भूमिका स्पष्ट करते हुए उन्हें प्रमुख कमेटियों का चेयरमैन बनाए जाने की सिफारिश की है. इसके साथ ही बची हुई कमेटियों को अनुपातित तरीके से विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में बांटकर बाकी कमेटियों का गठन करने की बात कही है.
पढ़ें- मेयर पर भड़के खाचरियावास..कहा- कांग्रेस की शक्ल पर मिला है निर्दलीय पार्षदों का समर्थन
उधर, बीजेपी कांग्रेस बोर्ड के इस विवाद को भुनाने की कोशिश (BJP temptation to Amin Kagji ) में जुट गई है. उन्होंने निर्दलीय पार्षदों के कांग्रेस को दिए गए फाइनल अल्टीमेटम के बाद बीजेपी में स्वागत करने की बात कही है. बीजेपी से मेयर प्रत्याशी रही कुसुम यादव ने कहा कि कांग्रेस ने निर्दलीय पार्षदों से झूठे वादे (Jaipur Urban Corporation Politics) किए. निर्दलीय पार्षदों को जो अधिकार मिलने चाहिए थे, उसे न तो कांग्रेस सरकार दे पाई न निगम की महापौर.
यही वजह है कि आज निर्दलीय पार्षद कांग्रेस बोर्ड से अपना समर्थन वापस लेना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि यदि निर्दलीय पार्षद भारतीय जनता पार्टी के साथ आते हैं तो उनका स्वागत है. उन्होंने विश्वास दिलाया कि बीजेपी कांग्रेस सरकार और महापौर की तरह उनसे धोखा नहीं करेगी.