जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए जहां देशभर में लॉक डाउन है. वहीं इससे किसानों की खड़ी फसल की कटाई भी थम सी गई है. कारण साफ है कि लॉकडाउन के कारण फसल से गेहूं, चना आदि निकालने के काम आने वाली मशीनें थ्रैशर और कटर का खेतों तक नहीं पहुंच पाना.
लॉक डाउन से इन मशीनों की गाड़ियां आवाजाही से मुक्त नहीं रखी गई है, जिसके चलते फसलें पक कर तैयार होने के बावजूद उसमें से अनाज निकाले जाने का काम लगभग बंद सा पड़ा है. यही कारण है अन्न दाता यानी किसान अब सरकार से अपनी फसलों की कटाई के लिए इन मशीनों से जुड़े वाहनों को लॉकडाउन से मुक्त रखने की गुहार कर रहा है.
हालांकि, राजस्थान में खड़ी फसल से अनाज निकालने की मशीने गिने-चुने लोगों के पास ही है और अधिकतर मशीन हरियाणा और पंजाब से राजस्थान में आती है और किसानों की फसल की कटाई करने के बाद अपना मेहनताना किराया लेकर चले जाते हैं.
लेकिन, कोरोना संक्रमण से बचाव के चलते हैं सभी राज्यों की सीमाएं सील कर दी गई है. राजस्थान में जिन लोगों के पास इस प्रकार की मशीनें हैं आसपास के किसानों के खेत तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसे ही कुछ लोगों से बात की ईटीवी भारत संवाददाता ने और उनकी पीड़ा जानी.
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बड़ी मुश्किल से खेत में अनाज निकालने पहुंचे इन मशीन मालिकों से जब बात की तो उन्होंने कहा कि पुलिस वाले उन्हें बाहर निकलने नहीं देते और कहने पर भी लॉकडाउन का हवाला देकर धमखाते हैं.
इनका कहना है कि किसानों के काम आने वाले प्रमुख वाहनों को लॉकडाउन से मुक्त रखा जाएगा तो इस मौसम में जब गेहूं चना और सरसों की फसल पककर तैयार हो चुकी हैं तो उसे किसानों के खेत में पहुंचकर कटाई की जा सकती है, ताकि उस अनाज का किसान भी संग्रहण करके रख सकें.