जयपुर. 1 फरवरी को केंद्र का बजट पेश होना है. इस बजट पर पूरे देश की निगाहें रहेंगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राजस्थान के लिए ये बजट निराशाजनक रहने की बात कही है. डोटासरा ने इसका ठीकरा प्रदेश के 25 सांसदों पर फोड़ा है. उन्होंने सांसदों से अपील की है कि वो प्रधानमंत्री के सामने अपना मौन व्रत तोड़ कर राजस्थान के लिए किसी स्पेशल पैकेज की मांग करें.
डोटासरा ने कहा कि 2 साल में राजस्थान के सांसदों की परफॉर्मेंस देखते हुए, जो केंद्र का बजट आने वाला है वो प्रदेश के लोगों के लिए निराशाजनक ही होने वाला है क्योंकि आज तक किसी भी सांसद ने लोकसभा में कभी भी राजस्थान के लिए कोई बड़े प्रोजेक्ट की मांग नहीं की और ना लेकर आए.
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डोटासरा ने चुटकी लेते हुए कहा कि अब तो एक सांसद अलग भी हो गए हैं और गजेंद्र सिंह जल संसाधन मंत्री होकर भी राजस्थान के लिए कुछ नहीं दे रहे हैं. इससे बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति क्या होगी, ऐसे में क्या उम्मीद करें. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस प्रकार से केंद्र की सरकार को राजस्थान प्रदेश या अन्य किसी प्रदेश को संभालना चाहिए था, वो उन्होंने नहीं संभाला. जो वित्तीय संसाधन देने चाहिए थे, वो नहीं दिए.
महंगाई कम करने के लिए डीजल-पेट्रोल से वेट कम करना चाहिए था, वो नहीं किया. जो नौकरियां बेरोजगारों के लिए निकालनी चाहिए थी, वो नहीं निकाली. उन्होंने कहा कि 7 साल के केंद्र के बजट में कभी भी युवाओं को नौकरी देने का कोई भी सेक्टर बजट भाषण का हिस्सा नहीं हुआ, ऐसे में क्या उम्मीद की जा सकती है.
डोटासरा ने कहा कि केंद्र सरकार को भगवान सद्बुद्धि दे कि ये किसानों की बात को मानें. किसानों के ऊपर लादे तीनों काले कानून वापस लें और राजस्थान के 25 के 25 सांसद प्रधानमंत्री मोदी के सामने धरना दें और अपना मौन व्रत तोड़ कर के बजट देने की मांग करें. यदि इस बार राजस्थान को कोई स्पेशल पैकेज नहीं दिया जाता तो राजस्थान की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी.