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जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ रहा एयर ट्रैफिक, लेकिन संसाधन नहीं है पूरे

प्रदेश के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय सांगानेर एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक लगातार बढ़ रहा है, लेकिन अब भी जयपुर एयरपोर्ट पर संसाधन पूरे नहीं हैं. जयपुर एयरपोर्ट पर अभी ओवर फ्लाइंग रडार है. यानि ऊपर से जो विमान गुजरते हैं. उनका डेटा एयरपोर्ट प्रशासन के पास रहता है. लेकिन अभी भी लैंडिंग रडार नहीं है. जिसकी वजह से एयर ट्रैफिक कंजक्शन बढ़ जाता है और फ्लाइट की लेटलतीफी भी शुरू हो जाती है.

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Published : Jan 9, 2020, 7:48 AM IST

Air traffic increased at Jaipur Airport, जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ा एयर ट्रैफिक, सांगानेर एयरपोर्ट
जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ रहा एयर ट्रैफिक

जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय सांगानेर जयपुर एयरपोर्ट पर एयर ट्रेफिक लगातार बढ़ रहा है. लेकिन अब भी जयपुर एयरपोर्ट पर संसाधनों की कमी आ रही है. पिछले 4 साल में जयपुर एयरपोर्ट पर फ्लाइट 25 से बढ़कर 60 तक हो गई है. अब जयपुर एयरपोर्ट से रोजाना 60 फ्लाइट भी संचालित हो रही है . जिसमें 7 फ्लाइट अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट है. लेकिन एयर ट्रैफिक कंट्रोल के संसाधनों में अभी तक अपग्रेडेशन नहीं हुआ है.

जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ रहा एयर ट्रैफिक


जयपुर एयरपोर्ट पर अभी ओवर फ्लाइंग का रडार है . यानि ऊपर से जो विमान गुजरते हैं. उनका डाटा एयरपोर्ट प्रशासन के पास रहता है, लेकिन लैंडिंग रडार नहीं होने से कई बार एयरपोर्ट प्रशासन को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है. इस कारण विमानों की प्रोसीजरल लैंडिंग करानी पड़ती है. जयपुर में लैंडिंग के लिए विमान पहले ओवरहेड आता है . इसके बाद 7 से 8 मिनट में प्रोसीजरल लैंडिंग होती है. जिससे एयर ट्राफिक कंजक्शन बढ़ने पर 20 से 25 मिनट में फ्लाइट लैंड हो पाती है. ऐसे में अब जयपुर एयरपोर्ट पर प्रशासन की ओर से नई रडार को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं हैं.

पढ़ें : धोखा दे गया फास्टैग का सर्वर, कई किलोमीटर तक लगा रहा जाम, एंबुलेंस भी फंसी


अब जयपुर एयरपोर्ट से जुड़े सूत्रों के मुताबिक एयरपोर्ट प्रशासन लैंडिंग रडार जल्द ही जयपुर एयरपोर्ट पर लगवाने जा रहा है. जिससे जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ने वाला एयर ट्रैफिक कंजक्शन कम होगा और फ्लाइट के आवागमन में कोई परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा. वहीं विजिबलटी कम होने की वजह से जयपुर एयरपोर्ट पर टैग 3 सिस्टम भी लगाया गया था . लेकिन वह भी पूर्ण रूप से काम नहीं कर पा रहा था. जिसको लेकर भी अभी एयरपोर्ट प्रशासन टैग 3 सिस्टम को भी जल्द ही अपग्रेड करवा सकता है.

जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय सांगानेर जयपुर एयरपोर्ट पर एयर ट्रेफिक लगातार बढ़ रहा है. लेकिन अब भी जयपुर एयरपोर्ट पर संसाधनों की कमी आ रही है. पिछले 4 साल में जयपुर एयरपोर्ट पर फ्लाइट 25 से बढ़कर 60 तक हो गई है. अब जयपुर एयरपोर्ट से रोजाना 60 फ्लाइट भी संचालित हो रही है . जिसमें 7 फ्लाइट अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट है. लेकिन एयर ट्रैफिक कंट्रोल के संसाधनों में अभी तक अपग्रेडेशन नहीं हुआ है.

जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ रहा एयर ट्रैफिक


जयपुर एयरपोर्ट पर अभी ओवर फ्लाइंग का रडार है . यानि ऊपर से जो विमान गुजरते हैं. उनका डाटा एयरपोर्ट प्रशासन के पास रहता है, लेकिन लैंडिंग रडार नहीं होने से कई बार एयरपोर्ट प्रशासन को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है. इस कारण विमानों की प्रोसीजरल लैंडिंग करानी पड़ती है. जयपुर में लैंडिंग के लिए विमान पहले ओवरहेड आता है . इसके बाद 7 से 8 मिनट में प्रोसीजरल लैंडिंग होती है. जिससे एयर ट्राफिक कंजक्शन बढ़ने पर 20 से 25 मिनट में फ्लाइट लैंड हो पाती है. ऐसे में अब जयपुर एयरपोर्ट पर प्रशासन की ओर से नई रडार को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं हैं.

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अब जयपुर एयरपोर्ट से जुड़े सूत्रों के मुताबिक एयरपोर्ट प्रशासन लैंडिंग रडार जल्द ही जयपुर एयरपोर्ट पर लगवाने जा रहा है. जिससे जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ने वाला एयर ट्रैफिक कंजक्शन कम होगा और फ्लाइट के आवागमन में कोई परेशानी का सामना भी नहीं करना पड़ेगा. वहीं विजिबलटी कम होने की वजह से जयपुर एयरपोर्ट पर टैग 3 सिस्टम भी लगाया गया था . लेकिन वह भी पूर्ण रूप से काम नहीं कर पा रहा था. जिसको लेकर भी अभी एयरपोर्ट प्रशासन टैग 3 सिस्टम को भी जल्द ही अपग्रेड करवा सकता है.

Intro:जयपुर एंकर-- प्रदेश के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय सांगानेर एयरपोर्ट पर एयर ट्रेफिक लगातार बढ़ रहा है लेकिन अभी भी जयपुर एयरपोर्ट पर संसाधन पूरे नहीं है। आपको बता दें कि जयपुर एयरपोर्ट पर अभी ओवर फ्लाइंग राडार है. यानी ऊपर से जो विमान गुजरते है. उनका डाटा एयरपोर्ट प्रशासन के पास रहता है . लेकिन अभी भी जयपुर एयरपोर्ट के पास लैंडिंग रडार नहीं है. जिसके बाद जयपुर एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफ़िक कंजक्शन बढ़ जाता है. और फ्लाइट की लेटलतीफी भी शुरू हो जाती है.




Body:जयपुर-- प्रदेश के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय सांगानेर जयपुर एयरपोर्ट पर एयर ट्रेफिक लगातार बढ़ रहा है. लेकिन अभी भी जयपुर एयरपोर्ट पर संसाधनों की कमी आ रही है. पिछले 4 साल में जयपुर एयरपोर्ट पर फ्लाइट 25 से बढ़कर 60 तक हो गई है. अब जयपुर एयरपोर्ट से रोजाना 60 लाइट भी संचालित हो रही है . जिसमे 7 फ्लाइट अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट है. लेकिन एयर ट्रेफिक कंट्रोल के संसाधनों में अभी तक अपग्रेडेशन नहीं हुआ है . जयपुर एयरपोर्ट पर अभी ओवर फ्लाइंग का राडार है . यानी ऊपर से जो विमान गुजरते हैं. उनका डाटा एयरपोर्ट प्रशासन के पास रहता है। लेकिन लैंडिंग रडार नहीं होने से कई बार एयरपोर्ट प्रशासन को परेशानी का सामना भी करना पड़ता है. इस कारण विमानों की प्रोसीजरल लैंडिंग करानी पड़ती है. जयपुर में लैंडिंग के लिए विमान पहले ओवरहेड आता है . इसके बाद 7 से 8 मिनट में प्रोसीजरल लैंडिंग होती है. जिससे एयर ट्राफिक कंजक्शन बढ़ने पर 20 से 25 मिनट में फ्लाइट लैंड हो पाती है. ऐसे में अब जयपुर एयरपोर्ट पर प्रशासन के द्वारा नई रडार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है. अब जयपुर एयरपोर्ट से जुड़े सूत्रों के अनुसार एयरपोर्ट प्रशासन लैंडिंग रडार जल्द ही जयपुर एयरपोर्ट पर लगवाने जा रहा है . जिससे जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ने वाला एयर ट्रेफिक कंजक्शन कम होगा और फ्लाइट के आवागमन में कोई परेशानी का सामना भी करना नहीं बढ़ेगा. वहीं दूसरी और विजिबलटी कम होने की वजह से जयपुर एयरपोर्ट पर टैग 3 सिस्टम भी लगाया गया था . लेकिन वह भी पूर्ण रूप से काम नहीं कर पा रहा था। जिसको लेकर भी अभी एयरपोर्ट प्रशासन टैग 3 सिस्टम को भी जल्द ही अपग्रेड करवा सकता है।


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