जयपुर. राज्यसभा चुनाव के 'रण' में अब राजस्थान पूरी तरीके से डूबता हुआ दिखाई दे रहा है. बात करें सत्ताधारी दल कांग्रेस की तो राजस्थान में कांग्रेस विधायकों की अस्थाई बाड़ेबंदी तो शुरू हो गई है, लेकिन स्थाई तौर पर इन विधायकों को बाड़ाबंदी में शुक्रवार से रहना होगा. इस बारे में ईटीवी भारत से बात करते हुए एआईसीसी (AICC) के सचिव और राजस्थान के सह प्रभारी विवेक बंसल ने कहा कि विधायकों को एक जगह रखकर कांग्रेस चाहती है कि उन्हें मॉक पोल के जरिए ट्रेनिंग दे दी जाए. वहीं विपक्ष को भी इसके जरिए संदेश देने का प्रयास है कि हमारे सभी विधायक पार्टी के झंडे के नीचे पूरी तरीके से अनुशासित हैं.
इसके साथ ही उन्होंने कहा की राजस्थान में सत्ता में कांग्रेस है, लेकिन सत्ता में होने का मतलब यह नहीं कि हम प्रलोभन की बात को भूल जाएं. उन्होंने कहा कि भाजपा के पास आज पैसे की कोई सीमा नहीं है. उनके खजाने में पैसा बह रहा है और जब पैसा बहुत हो जाता है तो वह नियंत्रण के बाहर हो जाता है. यही हालत आज भाजपा की है. विवेक बंसल ने कहा कि ऐसे तो केंद्र में भाजपा सत्ता में है और मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस सत्ता में थी. लेकिन वहां उन्होंने पैसे के दम पर हमारे विधायक तोड़ दिए.
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ऐसे में सत्ता होने पर बाडे़बंदी नहीं कि जाए यह कोई बात नहीं होती. लेकिन राजस्थान के मामले में उन्होंने पूरी तरीके से विश्वास जताते हुए कहा कि राजस्थान का कांग्रेस का किला अभेद है, इसे कोई भेद नहीं सकता. वहीं, मंत्री विश्वेंद्र सिंह को लेकर उन्होंने कहा कि विश्वेंद्र सिंह हमेशा कांग्रेस के साथ हैं और वह भी विश्वेंद्र सिंह के संपर्क में हैं. मीडिया में केवल बेवजह आशंका फैलाई जाती है. साथ ही उन्होंने कहा कि गुरुवार शाम को होने वाली बैठक तभी होगी जब कांग्रेस के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल गुरुवार को जयपुर पहुंच जाएंगे. लेकिन वेणुगोपाल नहीं आएंगे तो बैठक नहीं होगी, बैठक शुक्रवार को की जाएगी. इसके साथ ही उन्होंने एक बात बिल्कुल साफ कर दिया कि विधायकों को शुक्रवार से शिव विलास रिजॉर्ट में ही रुकना होगा.