जयपुर. उर्दू शिक्षक और मदरसा पैराटीचर्स उर्दू भाषा को खत्म करने के विरोध और मदरसा पैराटीचर्स को नियमित करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. 18 जनवरी को जयपुर कलेक्ट्रेट पर यह धरना शुरू किया था. उसी दिन वार्ता के लिए मुख्यमंत्री आवास भी ले जाया गया, लेकिन मुख्यमंत्री से उनकी बात नहीं हो पाई.
ऐसे में अब उर्दू शिक्षक और मदरसा पैराटीचर्स मुख्यमंत्री से वार्ता करने पर अड़ गए और ऐलान किया है कि जब तक उनकी बात मुख्यमंत्री से नहीं हो जाती, तब तक अनिश्चितकालीन धरना रहेगा. 18 जनवरी से उर्दू शिक्षकों और मदरसा पैराटीचर्स का अनिश्चितकालीन धरना जयपुर जिला कलेक्ट्रेट पर चल रहा है. इसी बीच आदर्श नगर विधायक रफीक खान भी इन प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे और उनकी समस्याएं जानी. रफीक खान दो बार इन मदरसा पैराटीचर्स के बीच धरने में आ चुके हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचा देंगे.
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हालांकि, मुख्यमंत्री से वार्ता कराने के मामले में उन्होंने फिलहाल कुछ भी नहीं कहा. उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री व्यस्त रहते हैं और उनसे मुलाकात कब होगी, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. जब भी मुनासिब होगा, इनकी वार्ता मुख्यमंत्री से करवा दी जाएगी. बुधवार रात को धरना स्थल पर उर्दू भाषा को खत्म करने के विरोध और मदरसा पैराटीचर्स को नियमित करने की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया था.
गुरुवार को राजस्थान उर्दू शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमीन कायमखानी की वार्ता जिला कलेक्टर और पुलिस अधिकारियों से भी हुई और उन्हें भी दो टूक कहा गया कि यदि वे मुख्यमंत्री से वार्ता करवा सकते हैं तो वह बात करेंगे अन्यथा नहीं. इस तरह कलेक्टर से भी उनकी वार्ता भी बेनतीजा ही रही.