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14 महीने बाद राहुल गांधी ने की सचिन पायलट से बंद कमरे में मुलाकात, सियासी अटकलें हुईं तेज - Congress

प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बीच रिश्तों में जमी बर्फ पिघलने लगी है. यही कारण है कि 14 महीने बाद 17 सितंबर को पायलट और राहुल गांधी की अलग से मुलाकात हुई है. राहुल गांधी की पायलट से मुलाकात यह इशारा कर रही है की पंजाब के बाद अब कांग्रेस (Congress) आलाकमान राजस्थान के मुद्दों को भी जल्द ही सुलझाने के मूड में है.

Priyanka Gandhi, Rahul Gandhi, Sachin Pilot
राहुल गांधी ने की सचिन पायलट से बंद कमरे में मुलाकात
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Published : Sep 20, 2021, 8:38 AM IST

जयपुर. कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब में जिस तरह निर्णय लिया और कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुख्यमंत्री का इस्तीफा दिलवाकर महज एक ही दिन में चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया, यह कांग्रेस आलाकमान का उन सभी राज्यों के नेताओं को संदेश है कि वह हर राज्य के मुद्दे जल्द ही सुलझा लेंगे. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के बीच चल रही सचिन पायलट कैंप और अशोक गहलोत कैंप के बीच रस्साकशी सबके सामने है.

पढ़ें- गहलोत सरकार युवाओं को रोजगार देने में चारों खाने चित, दुष्कर्म मामलों में राजस्थान देश भर में हुआ शर्मसार : राज्यवर्धन सिंह राठौड़

सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ 14 महीने पहले आवाज उठाते हुए अपने समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच गए थे. बहरहाल, सचिन पायलट की प्रियंका गांधी ने वापसी तो करवा दी, लेकिन सचिन पायलट को अब तक न तो खोए हुए पद मिले हैं और न ही उनके समर्थकों को. इसके पीछे सबसे प्रमुख कारण राहुल गांधी की सचिन पायलट से नाराजगी मानी जा रही थी.

लेकिन, अब पायलट और राहुल गांधी के बीच रिश्तों में जमी बर्फ पिघलने लगी है. यही कारण है कि 14 महीने बाद 17 सितंबर को सचिन पायलट और राहुल गांधी की अलग से मुलाकात हुई है. राहुल गांधी की सचिन पायलट से मुलाकात यह इशारा कर रही है की पंजाब के बाद अब कांग्रेस आलाकमान राजस्थान के मुद्दों को भी जल्द ही सुलझाने के मूड में है.

यह बना राहुल गांघी से मुलाकात का आधार

पंजाब में कांग्रेस पार्टी ने एक दिन में निर्णय ले लिया. अब ऐसा कहा जा रहा है कि राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी की कमान पूरी तरीके से अपने हाथ में लेंगे और पंजाब के बाद राजस्थान के मुद्दों को भी जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. यही कारण है कि सचिन पायलट के साथ उनकी 17 सितंबर को मुलाकात हुई है.

बता दें, राहुल गांधी के आवास पर सचिन पायलट की राजस्थान में आए राजनीतिक संकट के बाद पिछले 14 महीनों में पहली मुलाकात है. हालांकि, राहुल गांधी जब राजस्थान के दौरे पर आए थे तब जरूर सचिन पायलट से उनकी मुलाकात हुई थी. लेकिन उन मुलाकातों में तो राहुल गांधी सचिन पायलट से दूरियों का संदेश दे गए थे. ऐसे में राहुल गांधी से सचिन पायलट की 17 सितंबर को हुई मुलाकात ने राजस्थान में फिर से कयासों का दौर शुरू कर दिया है.

वैसे राहुल गांधी से सचिन पायलट की मुलाकात इतनी आसान नहीं थी. इसके लिए एक बार फिर प्रियंका गांधी ने मिडिएटर की भूमिका निभाई है. विदेश दौरे से लौटने के बाद बीते एक महीने में प्रियंका गांधी से सचिन पायलट की दो बार मुलाकात हुई. उसके बाद प्रियंका गांधी ने ही 17 सितंबर को राहुल गांधी से उनकी मुलाकात तय करवाई.

पढ़ें- चरणजीत सिंह चन्नी आज पंजाब के सीएम पद की लेंगे शपथ

हालांकि, 17 सितंबर को पंजाब कांग्रेस में मुख्यमंत्री का मुद्दा सुलझाने में राहुल गांधी लगे थे, लेकिन उसके बीच भी राहुल गांधी ने सचिन पायलट के साथ तय समय पर करीब आधा घंटा मुलाकात की. यह साफ दर्शाता है कि कांग्रेस आलाकमान अब राजस्थान में भी चल रही पायलट-गहलोत कैंप की गुटबाजी को समाप्त करने के मूड में है. राजस्थान में भी कांग्रेस आलाकमान जल्द ही फैसले कर सकता है.

आज स्पीकर सीपी जोशी भी जा सकते हैं दिल्ली

राजस्थान विधानसभा के स्पीकर और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी भी आज दिल्ली जा सकते हैं. दिल्ली में संभावना जताई जा रही है कि सीपी जोशी से आलाकमान राजस्थान के मुद्दों को लेकर जानकारी ले. हालांकि, अभी इस बात की पुष्टि कोई नहीं कर रहा है.

जयपुर. कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब में जिस तरह निर्णय लिया और कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुख्यमंत्री का इस्तीफा दिलवाकर महज एक ही दिन में चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया, यह कांग्रेस आलाकमान का उन सभी राज्यों के नेताओं को संदेश है कि वह हर राज्य के मुद्दे जल्द ही सुलझा लेंगे. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी के बीच चल रही सचिन पायलट कैंप और अशोक गहलोत कैंप के बीच रस्साकशी सबके सामने है.

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सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ 14 महीने पहले आवाज उठाते हुए अपने समर्थक विधायकों के साथ दिल्ली पहुंच गए थे. बहरहाल, सचिन पायलट की प्रियंका गांधी ने वापसी तो करवा दी, लेकिन सचिन पायलट को अब तक न तो खोए हुए पद मिले हैं और न ही उनके समर्थकों को. इसके पीछे सबसे प्रमुख कारण राहुल गांधी की सचिन पायलट से नाराजगी मानी जा रही थी.

लेकिन, अब पायलट और राहुल गांधी के बीच रिश्तों में जमी बर्फ पिघलने लगी है. यही कारण है कि 14 महीने बाद 17 सितंबर को सचिन पायलट और राहुल गांधी की अलग से मुलाकात हुई है. राहुल गांधी की सचिन पायलट से मुलाकात यह इशारा कर रही है की पंजाब के बाद अब कांग्रेस आलाकमान राजस्थान के मुद्दों को भी जल्द ही सुलझाने के मूड में है.

यह बना राहुल गांघी से मुलाकात का आधार

पंजाब में कांग्रेस पार्टी ने एक दिन में निर्णय ले लिया. अब ऐसा कहा जा रहा है कि राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी की कमान पूरी तरीके से अपने हाथ में लेंगे और पंजाब के बाद राजस्थान के मुद्दों को भी जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. यही कारण है कि सचिन पायलट के साथ उनकी 17 सितंबर को मुलाकात हुई है.

बता दें, राहुल गांधी के आवास पर सचिन पायलट की राजस्थान में आए राजनीतिक संकट के बाद पिछले 14 महीनों में पहली मुलाकात है. हालांकि, राहुल गांधी जब राजस्थान के दौरे पर आए थे तब जरूर सचिन पायलट से उनकी मुलाकात हुई थी. लेकिन उन मुलाकातों में तो राहुल गांधी सचिन पायलट से दूरियों का संदेश दे गए थे. ऐसे में राहुल गांधी से सचिन पायलट की 17 सितंबर को हुई मुलाकात ने राजस्थान में फिर से कयासों का दौर शुरू कर दिया है.

वैसे राहुल गांधी से सचिन पायलट की मुलाकात इतनी आसान नहीं थी. इसके लिए एक बार फिर प्रियंका गांधी ने मिडिएटर की भूमिका निभाई है. विदेश दौरे से लौटने के बाद बीते एक महीने में प्रियंका गांधी से सचिन पायलट की दो बार मुलाकात हुई. उसके बाद प्रियंका गांधी ने ही 17 सितंबर को राहुल गांधी से उनकी मुलाकात तय करवाई.

पढ़ें- चरणजीत सिंह चन्नी आज पंजाब के सीएम पद की लेंगे शपथ

हालांकि, 17 सितंबर को पंजाब कांग्रेस में मुख्यमंत्री का मुद्दा सुलझाने में राहुल गांधी लगे थे, लेकिन उसके बीच भी राहुल गांधी ने सचिन पायलट के साथ तय समय पर करीब आधा घंटा मुलाकात की. यह साफ दर्शाता है कि कांग्रेस आलाकमान अब राजस्थान में भी चल रही पायलट-गहलोत कैंप की गुटबाजी को समाप्त करने के मूड में है. राजस्थान में भी कांग्रेस आलाकमान जल्द ही फैसले कर सकता है.

आज स्पीकर सीपी जोशी भी जा सकते हैं दिल्ली

राजस्थान विधानसभा के स्पीकर और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी भी आज दिल्ली जा सकते हैं. दिल्ली में संभावना जताई जा रही है कि सीपी जोशी से आलाकमान राजस्थान के मुद्दों को लेकर जानकारी ले. हालांकि, अभी इस बात की पुष्टि कोई नहीं कर रहा है.

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