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जयपुर कलेक्टर की किसानों को सलाह...मंडियों और खलिहान में खुले आसमान के नीचे ढक कर सुरक्षित जगह भंडारन करें

जयपुर जिला कलेक्टर ने चक्रवाती तूफान 'तौकते' को देखते हुए किसानों को सलाह दी है. जिसमें उन्होंने संभावित बारिश और तेज हवाओं के असर से मंडियों और खलिहान में खुले आसमान के नीचे रखे अनाज की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतने की बात कही है.

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जयपुर कलेक्टर की किसानों को सलाह
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Published : May 18, 2021, 7:13 PM IST

जयपुर. जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने दक्षिण पूर्व अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान 'तौकते' से होने वाली बारिश और तेज हवाओं के असर से मंडियों और खलिहान में खुले आसमान के नीचे रखे अनाज की सुरक्षा के लिए किसानों को उसके सुरक्षित जगह भण्डारण और वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. नेहरा ने कहा है कि यह तूफान और तीव्र होकर अति गंभीर चक्रवाती तूफान बन गया है. लगभग उत्तर दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है.

वहीं, 18 मई शाम के समय इसके दक्षिण पश्चिम राजस्थान में प्रवेश करने की संभावना है. ऐसे में तूफान से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं. उन्होंने कहा कि भारी बारिश से निचले इलाकों में जल भराव हो सकता है. साथ ही आगामी मौसम की स्थिति को देखते हुए किसानों को खुले आसमान में और खलिहान में पडे़ अनाज को सुरक्षित स्थान पर भण्डारण करना चाहिए.

पढ़ें: Exclusive: सचिन पायलट को भी नहीं थी हेमाराम चौधरी के इस्तीफे की भनक

इसी प्रकार कृषि मंडियों में खुले आसमान के नीचे रखे हुए अनाज को भी ढककर सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए, ताकि उसे भीगने से बचाया जा सके. इसके अलावा नेहरा ने खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी अचानक तेज हवाओं से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी है.

उन्होंने कहा कि अगर किसी को उसके आस-पास मेघ गर्जन की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे तो किसी हाल में पेड़ के नीचे शरण नहीं लें. इसी तरह तेज अंधड़ के समय बडे़ पेड़ों के नीचे और कच्चे मकानों में शरण लेने से भी बचा जाए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अंधड़ के समय दृष्यता कम होने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो सकती है. इसलिए वाहन चालकों को भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.

जयपुर. जिला कलेक्टर अन्तर सिंह नेहरा ने दक्षिण पूर्व अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान 'तौकते' से होने वाली बारिश और तेज हवाओं के असर से मंडियों और खलिहान में खुले आसमान के नीचे रखे अनाज की सुरक्षा के लिए किसानों को उसके सुरक्षित जगह भण्डारण और वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. नेहरा ने कहा है कि यह तूफान और तीव्र होकर अति गंभीर चक्रवाती तूफान बन गया है. लगभग उत्तर दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है.

वहीं, 18 मई शाम के समय इसके दक्षिण पश्चिम राजस्थान में प्रवेश करने की संभावना है. ऐसे में तूफान से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं. उन्होंने कहा कि भारी बारिश से निचले इलाकों में जल भराव हो सकता है. साथ ही आगामी मौसम की स्थिति को देखते हुए किसानों को खुले आसमान में और खलिहान में पडे़ अनाज को सुरक्षित स्थान पर भण्डारण करना चाहिए.

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इसी प्रकार कृषि मंडियों में खुले आसमान के नीचे रखे हुए अनाज को भी ढककर सुरक्षित स्थान पर रखना चाहिए, ताकि उसे भीगने से बचाया जा सके. इसके अलावा नेहरा ने खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी अचानक तेज हवाओं से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी है.

उन्होंने कहा कि अगर किसी को उसके आस-पास मेघ गर्जन की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे तो किसी हाल में पेड़ के नीचे शरण नहीं लें. इसी तरह तेज अंधड़ के समय बडे़ पेड़ों के नीचे और कच्चे मकानों में शरण लेने से भी बचा जाए. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अंधड़ के समय दृष्यता कम होने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो सकती है. इसलिए वाहन चालकों को भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.

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