जयपुर. राजधानी की चारदीवारी का वैभव लौटाने के लिए करीब 23 वर्ग किलोमीटर लंबी चारदीवारी को संरक्षित करने के लिए उसका जीर्णोद्धार करवाया जाएगा. वहीं परकोटे की ऐतिहासिक हवेलियों का इतिहास जुटाकर उन्हें भी संरक्षित किया जाएगा.
बता दें कि परकोटे की चारदीवारी की मरम्मत से लेकर यहां मौजूद सभी हवेलियों और इमारतों का डाटा तैयार किया जाएगा. जिससे उनका मूल स्वरूप बरकरार रहे और यूनेस्को की ओर से शहर को वर्ल्ड हेरिटेज सूची में मिली जगह भी बरकरार रहे. इसके लिए हेरिटेज कमेटी, नगर निगम प्रशासन और टाउन प्लानर विभाग की ओर से रूपरेखा तैयार की गई है. शहर की एक-एक हवेली का इतिहास उसका महत्व लिखा जाएगा.
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इसके बाद हर हवेली और हेरिटेज इमारत का एक डाटा तैयार किया जाएगा. इस संबंध में जानकारी देते हुए चीफ टाउन प्लानर आर के विजयवर्गीय ने बताया कि परकोटे के चारों और की दीवार को संरक्षित करने के लिए पहले उसकी मरम्मत कराई जाएगी. इसके लिए डीपीआर तैयार कराई जा रही है.
नगर निगम के हेरिटेज सेल में 7 दिन में विशेषज्ञ लगाए जाएंगे. शहर की हेरिटेज इमारतों और हवेलियों का महत्व, उनका इतिहास और स्वरूप जुटा का डाटा तैयार किया जाएगा. वहीं जयपुर को मिला वर्ल्ड हेरिटेज सिटी के लोगो का शहर भर में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा.
शहर भर में अब जगह-जगह वर्ल्ड हेरिटेज सिटी अवार्ड का लोगो लगाया जाएगा. जिससे शहर घूमने आने वालों को भी इसकी जानकारी मिल सकेगी. साथ ही नगर निगम के सभी सरकारी दस्तावेजों पर भी इस लोगो को लगाया जाएगा. कहा जा सकता है कि अब टाउन प्लानर, हेरिटेज कमिटी और नगर निगम प्रशासन शहर का खिताब बरकरार रखने के लिए कोई कोताही नहीं बरतना चाहते.