जयपुर. कोरोना संक्रमण के चलते राजस्थान सरकार ने 10 मई से लॉकडाउन लगाया है. इस दौरान बस, ऑटो, रिक्शा सहित सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बंद किया गया. लेकिन कुछ बस मालिकों ने इसका फायदा उठा कर लॉकडाउन में भी बसों का संचालन किया. अब जयपुर RTO की टीम कार्रवाई कर रही है.
परिवहन विभाग के मुखिया भी इस पर नजर बनाए हुए है. जयपुर सहित पूरे प्रदेश में सभी RTO, DTO अधिकारियों को लॉकडाउन का उलंघन कर बसों का संचालन करने वाले बस मालिकों पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए है.
जयपुर RTO की ओर से बुधवार देर रात को भी 1 बस पर कार्रवाई की गई थी. बस ऑपरेटर बसों में सवारियों को बैठा कर उन्हें उत्तर प्रदेश भी ले जा रहा था. लेकिन जयपुर RTO टीम की मुस्तैदी के चलते उस बस पर कार्रवाई की गई और बस को सीज किया गया था. अभी तक जयपुर रीजन में इस तरह की 4 बसों पर कार्रवाई की गई है और उन्हें सीज भी किया गया है.
जयपुर RTO राकेश शर्मा ने बताया कि राजस्थान सरकार के गृह विभाग की ओर से जो गाइडलाइन जारी की गई थी, उसमें लॉकडाउन के दौरान सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बंद किया गया था, लेकिन कुछ बस संचालकों बसों का संचालन कर रहे थे. जिसके बाद मामले को लेकर कुछ शिकायतें जयपुर RTO के पास तक पहुंची है. जिसके बाद जयपुर रीजन के सभी निरीक्षक को इस संबंध में आदेश जारी किए गए और उनको ऐसी बस मिलने पर तुरंत कार्रवाई करने और उसे सीज करने को कहा गया है.
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जयपुर RTO राकेश शर्मा ने बताया कि कुछ बस मालिक अभी भी इस मजबूरी का फायदा उठाते हुए बसों का संचालन कर रहे हैं और उन पर परिवहन विभाग लगातार शिकंजा कस रहा है. जयपुर RTO ने बताया कि अभी तक जयपुर रीजन में 4 बसों पर कार्रवाई की गई है. जो सरकार की गाइडलाइन के खिलाफ संचालित हो रही थी.
सबसे बड़ा सवाल बिना शिकायत क्या विभाग नहीं करता कार्रवाई
गौरतलब है कि परिवहन विभाग पर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं. विभाग के पास जब तक शिकायत नहीं आती है, तब तक विभाग किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं करता है. लॉकडाउन के अंतर्गत कई बस मालिकों ने इसका फायदा उठाते हुए राजस्थान से दूसरे प्रदेश तक बसों का संचालन किया. जिसके बाद बस मालिक हाईवे से गुजरते हुए दूसरे प्रदेशों में प्रवेश भी कर रहे हैं. लेकिन शिकायत मिलने के बाद ही कार्रवाई की जा रही है.