जयपुर. प्रताप नगर के यूनिक टावर में हुए मां-बेटे के मर्डर के आरोपी रोहित तिवारी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर केस को सीबीआई में भेजने की गुहार लगाई है. आरोपी ने याचिका में कहा है कि इस केस में पुलिस उसे खानापूर्ति के आशय से फंसा रही है. असली आरोपी को पकड़ने की कोशिश ही नहीं की जा रही. हाइकोर्ट याचिका पर सम्भवतः अगले सप्ताह सुनवाई करेगा.
याचिका में कहा है कि पुलिस ने शुरूआत से उसे फंसाने के लिए गैर कानूनी तरीके से हिरासत में रखा और जब इसके खिलाफ मजिस्ट्रेट कोर्ट के समक्ष प्रार्थना पत्र दायर किया तो पुलिस ने अपने बचाव में रोहित तिवारी को केस में आरोपी बनाते हुए हिरासत में दिखा दिया. इसके बाद पुलिस ने केस के जरूरी साक्ष्यों से छेड़छाड़ के लिए रोहित के फोन का व्हाटसअप स्टेटस अपडेट किया.
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याचिका में कहा कि पुलिस ने उससे जबरन खाली कागजों पर हस्ताक्षर कराए और उसे इस केस में झूठा फंसाने के लिए ही अनुसंधान किया जा रहा है. इसलिए उसके केस को अनुसंधान के लिए सीबीआई को भिजवाने का आदेश दिया जाए. गौरतलब है कि मामले में मास्टर माइंड रोहित के कहने पर सौरभ ने गत 7 जनवरी को प्रताप नगर के यूनिट टावर अपार्टमेंट में रोहित की पत्नी श्वेता और उसके 21 महीने के बेटे श्रीयम की हत्या कर दी थी.