ETV Bharat / city

दो दिन पहले हुई हत्या में अब दर्ज हुई नामजद रिपोर्ट, आपसी विवाद में युवक को उतारा था मौत के घाट, मोबाइल ने खोला राज

मंडोर थाना क्षेत्र में मिले युवक के मौत की गुत्थी धीरे-धीरे सुलझती जा रही है. पुलिस ने अब इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है. बताया जा रहा है कि युवक के मोबाइल की वजह से पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब रही.

Accused named in a murder case
दर्ज हुई नामजद रिपोर्ट
author img

By

Published : Aug 26, 2021, 2:29 PM IST

जोधपुर: मंडोर थाना क्षेत्र में मंगलवार को मिली एक युवक की लाश के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को नामजद कर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने मृतक मोहनराम की जेब से मिले मोबाइल के आधार पर इन्हें दबोचा है.

Bhavari Devi murder case : पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा समेत सात को मिली जमानत

जल्द ही पुलिस इस प्रकरण में कुछ और खुलासे करेगी. प्रथम दृष्टया यह बात सामने आ रही है कि 21 साल के मोहनराम की हत्या वो जिस घर में काम कर रहा था वहीं किसी बात को लेकर हुए विवाद के चलते हुई है. पुलिस को घर में खून के धब्बे भी मिले हैं. मृतक के भाई देवीलाल की ओर से दर्ज करवाई गई रिपोर्ट में मकान मालिक हीराराम और उसके साथ काम करने वाले श्रवणराम व देवाराम पर शक जताया गया था. पुलिस फिलहाल उनसे पूछताछ कर रही है.

पुलिस के अनुसार चांदरख ओसियां निवासी मोहनराम बिजली फिटिंग का काम करता था. इन दिनों वह मंडोर थाना क्षेत्र के दीपनगर में हीराराम के घर काम कर रहा था. 23 अगस्त को हीराराम ने चांदरख गांव के लालराम को फोन बताया कि मोहनराम उसके (आरोपी के ) घर नहीं है कहीं चला गया है. जिसके बाद देवीलाल (मृतक का भाई) और अन्य जोधपुर पहुंचे. भाई के न मिलने पर देवीलाल ने भाई मोहनराम की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई.

24 अगस्त को पुलिस ने उसे फोन बुलाकर सुरपुरा डेम के पास रेत से ढका शव दिखाया. जिसकी पहचान देवीलाल ने मोहनराम के तौर पर की. मृतक की जेब से मिले मोबाइल ने राज छुपा राज खोला. पता चला कि उसकी लास्ट लोकेशन हीराराम के घर की थी. पुलिस ने पड़ताल की तो कुछ अहम साक्ष्य भी मिले. जिसके बाद तीनों आरोपियों के विरुद्ध नामजद मामला दर्ज किया गया.

जोधपुर: मंडोर थाना क्षेत्र में मंगलवार को मिली एक युवक की लाश के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को नामजद कर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने मृतक मोहनराम की जेब से मिले मोबाइल के आधार पर इन्हें दबोचा है.

Bhavari Devi murder case : पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा समेत सात को मिली जमानत

जल्द ही पुलिस इस प्रकरण में कुछ और खुलासे करेगी. प्रथम दृष्टया यह बात सामने आ रही है कि 21 साल के मोहनराम की हत्या वो जिस घर में काम कर रहा था वहीं किसी बात को लेकर हुए विवाद के चलते हुई है. पुलिस को घर में खून के धब्बे भी मिले हैं. मृतक के भाई देवीलाल की ओर से दर्ज करवाई गई रिपोर्ट में मकान मालिक हीराराम और उसके साथ काम करने वाले श्रवणराम व देवाराम पर शक जताया गया था. पुलिस फिलहाल उनसे पूछताछ कर रही है.

पुलिस के अनुसार चांदरख ओसियां निवासी मोहनराम बिजली फिटिंग का काम करता था. इन दिनों वह मंडोर थाना क्षेत्र के दीपनगर में हीराराम के घर काम कर रहा था. 23 अगस्त को हीराराम ने चांदरख गांव के लालराम को फोन बताया कि मोहनराम उसके (आरोपी के ) घर नहीं है कहीं चला गया है. जिसके बाद देवीलाल (मृतक का भाई) और अन्य जोधपुर पहुंचे. भाई के न मिलने पर देवीलाल ने भाई मोहनराम की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई.

24 अगस्त को पुलिस ने उसे फोन बुलाकर सुरपुरा डेम के पास रेत से ढका शव दिखाया. जिसकी पहचान देवीलाल ने मोहनराम के तौर पर की. मृतक की जेब से मिले मोबाइल ने राज छुपा राज खोला. पता चला कि उसकी लास्ट लोकेशन हीराराम के घर की थी. पुलिस ने पड़ताल की तो कुछ अहम साक्ष्य भी मिले. जिसके बाद तीनों आरोपियों के विरुद्ध नामजद मामला दर्ज किया गया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.