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रिश्वत में अस्मत मांगने के आरोपी कैलाश बोहरा ने की पॉलीग्राफ टेस्ट की मांग

रिश्वत में अस्मत मांगने के आरोपी पूर्व आरपीएस कैलाश बोहरा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मामले में निष्पक्ष जांच कराने की गुहार की है. इसके साथ ही आरोपी ने निष्पक्ष जांच के लिए उसका और पीड़िता का पॉलीग्राफ, ब्रेन मैपिंग और नार्को टेस्ट करवाने के निर्देश देने की गुहार लगाई है.

राजस्थान हाई कोर्ट, Rajasthan High Court
राजस्थान हाई कोर्ट
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Published : Mar 25, 2021, 10:35 PM IST

जयपुर. रिश्वत में अस्मत मांगने के आरोपी पूर्व आरपीएस कैलाश बोहरा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मामले में निष्पक्ष जांच कराने की गुहार की है. इसके साथ ही आरोपी ने निष्पक्ष जांच के लिए उसका और पीड़िता का पॉलीग्राफ, ब्रेन मैपिंग और नार्को टेस्ट करवाने के निर्देश देने की गुहार लगाई है.

याचिका में बोहरा की ओर से सुप्रीम कोर्ट के सैल्वी बनाम कर्नाटक राज्य मामले मेंं दिए गए फैसले का हवाला देते हुए कहा है कि वैज्ञानिक जांच मामले की सच्चाई सामने लाने में काफी मददगार होती है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति स्वेच्छा से वैज्ञानिक जांच यानि पॉलीग्राफ, लाई डिटेक्शन और ब्रेन मैपिंग करवाना चाहे तो इसे बढ़ावा देना चाहिए.

यह भी पढ़ेंः श्रीगंगानगर सेना वाहन दुर्घटनाग्रस्त: इन राज्यों के रहने वाले थे जवान, सेना ने दिये जांच के आदेश

याचिका में कहा है कि मामले में दोनों पक्षों की पॉलीग्राफ सहित अन्य सभी वैज्ञानिक जांच करवाई जाए, ताकि अंवेक्षण में मामले की तह तक पहुंचने में मदद मिले और निष्पक्ष जांच हो सके. याचिका में कहा है कि प्रार्थी करीब 25 साल पुलिस सेवा में रहा है और इस दौरान उसे कई बार पुरस्कृत भी किया गया. कुछ समय पहले ही उसका डीएसपी पर प्रमोशन किया और कुछ महीने बाद ही एडिश्नल एसपी पद पर प्रमोशन होना था. सेवाकाल में उसने कई प्रभावशाली व्यक्तियों काे गिरफ्तार किया है. ऐसे में उसके खिलाफ आपराधिक षडयंत्र रचते हुए उसे मामले में झूठा फंसाकर कार्रवाई की गई है, इसलिए मामले में निष्पक्ष जांच करवाई जाए. याचिका पर आगामी सप्ताह में सुनवाई होगी.

जयपुर. रिश्वत में अस्मत मांगने के आरोपी पूर्व आरपीएस कैलाश बोहरा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मामले में निष्पक्ष जांच कराने की गुहार की है. इसके साथ ही आरोपी ने निष्पक्ष जांच के लिए उसका और पीड़िता का पॉलीग्राफ, ब्रेन मैपिंग और नार्को टेस्ट करवाने के निर्देश देने की गुहार लगाई है.

याचिका में बोहरा की ओर से सुप्रीम कोर्ट के सैल्वी बनाम कर्नाटक राज्य मामले मेंं दिए गए फैसले का हवाला देते हुए कहा है कि वैज्ञानिक जांच मामले की सच्चाई सामने लाने में काफी मददगार होती है. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति स्वेच्छा से वैज्ञानिक जांच यानि पॉलीग्राफ, लाई डिटेक्शन और ब्रेन मैपिंग करवाना चाहे तो इसे बढ़ावा देना चाहिए.

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याचिका में कहा है कि मामले में दोनों पक्षों की पॉलीग्राफ सहित अन्य सभी वैज्ञानिक जांच करवाई जाए, ताकि अंवेक्षण में मामले की तह तक पहुंचने में मदद मिले और निष्पक्ष जांच हो सके. याचिका में कहा है कि प्रार्थी करीब 25 साल पुलिस सेवा में रहा है और इस दौरान उसे कई बार पुरस्कृत भी किया गया. कुछ समय पहले ही उसका डीएसपी पर प्रमोशन किया और कुछ महीने बाद ही एडिश्नल एसपी पद पर प्रमोशन होना था. सेवाकाल में उसने कई प्रभावशाली व्यक्तियों काे गिरफ्तार किया है. ऐसे में उसके खिलाफ आपराधिक षडयंत्र रचते हुए उसे मामले में झूठा फंसाकर कार्रवाई की गई है, इसलिए मामले में निष्पक्ष जांच करवाई जाए. याचिका पर आगामी सप्ताह में सुनवाई होगी.

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