जयपुर. राजधानी के इंदिरा बाजार में 15 फरवरी को करीब 9 दुकानों में आग लगने से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ. आग लगने की वजह एक पटाखे को बताया गया है. एक पटाखा व्यापारी अपने ग्राहक को पटाखे का लाइव डेमो दिखा रहा था. इस दौरान चिंगारी उछल कर दूसरे पटाखों में लग गई और धीरे-धीरे पटाखों की चिंगारियां आसपास की दुकानों में भी जा पहुंची. देखते-देखते 9 दुकानें आग की चपेट में आ गई थी.
आग की घटना के बाद पटाखा व्यापारी फरार हो गया था. जिसके खिलाफ कोतवाली थाना पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया और स्पेशल टीम का गठन कर आरोपी की तलाश शुरू की. लेकिन 20 दिन गुजर जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. हालांकि पुलिस की ओर से दावा किया जा रहा है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस की स्पेशल टीम आरोपी की तलाश में जुटी हुई है. पटाखा दुकान मालिक का नाम किशन वासवानी बताया जा रहा है.
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वहीं, आग की घटना के बाद से ही स्थानीय व्यापारियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. व्यापारियों ने मांग की है कि शहर के बीच पटाखों की दुकानें नहीं होनी चाहिए. दुकानों को शहर के बाहर लाइसेंस दिया जाना चाहिए. जिससे दोबारा से इस तरह की घटना ना हो सके.
गौरतलब है कि 15 फरवरी को राजधानी जयपुर के अजमेरी गेट स्थित इंदिरा बाजार में एक पटाखे की दुकान में आग लग गई थी. देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और एक के बाद एक आसपास की दुकानों में आग फैल गई. स्थानीय लोगों की मानें तो पटाखे का लाइव डेमो दिखाने के दौरान ये हादसा हुआ था.
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पटाखों की दुकान में आग लगने से निकली चिंगारियों ने आसपास की एक दर्जन से भी ज्यादा दुकानों को चपेट में ले लिया था. जिनमें से 9 दुकानें तो पूरी तरह से जलकर राख हो गई. करीब 5 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद 50 से ज्यादा दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया था. इस दौरान दुकानों के बाहर खड़े एक दर्जन से भी ज्यादा दुपहिया वाहन आग की चपेट में आ गए.
फिलहाल, कोतवाली थाना पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है. पटाखा व्यापारी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है. जल्द आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए स्पेशल टीमें भी गठित की गई है.