जयपुर. एसीबी टीम ने एक कार्रवाई को अंजाम देते हुए कोविड डेडीकेटेड हॉस्पिटल आरयूएचएस में मरीज को बेड दिलाने की सौदेबाजी करने वाले दो इलेक्ट्रीशियन को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचा है. एसीबी टीम ने कार्रवाई करते हुए इलेक्ट्रीशियन ओमवीर और उसके सहयोगी पवन को गिरफ्तार किया है.
बता दें, आरोपी पिछले 12 साल से एसएमएस और आरयूएचएस में इलेक्ट्रिशियन का काम करते हैं. एसीबी मुख्यालय को सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ लोग आरयूएचएस में मरीजों को इलाज के लिए बेड दिलाने की सौदेबाजी कर रहे हैं. इस पर एसीबी मुख्यालय ने एक टीम को बोगस ग्राहक बनकर आरयूएचएस भेजा.
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एसीबी के एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत ने बताया, हाल ही में एसीबी ने मेट्रो मास अस्पताल के एक कंपाउंडर को मरीज के परिजनों से आरयूएचएस में बेड दिलाने के नाम पर 23 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. इसके बाद एसीबी मुख्यालय में इस तरह की अनेक शिकायतें प्राप्त हुई कि आईसीयू बेड दिलाने, ऑक्सीजन बेड दिलाने और सामान्य बेड दिलाने के नाम पर कुछ लोग मरीज के परिजनों से सौदेबाजी कर रहे हैं.
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इस पर एसीबी की टीम ने बोगस ग्राहक बन आरयूएचएस में इलेक्ट्रीशियन का काम करने वाले ओमवीर और पवन से बातचीत की. दोनों ने जनरल बेड दिलाने के नाम पर 30 हजार रुपए की रिश्वत मांगी और इसके साथ ही ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिदिन 2 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की. एसीबी टीम ने सौदा तय होने के बाद आरोपियों को 10 हजार रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया.
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फिलहाल, गिरफ्त में आए दोनों आरोपियों से एसीबी टीम पूछताछ कर रही है. बेड दिलाने के नाम पर सौदेबाजी करने के इस खेल में और कौन लोग शामिल हैं, इसके बारे में भी एसीबी पड़ताल कर रही है.