जयपुर. राजधानी में खाना देने के बहाने खानाबदोश महिला से दुष्कर्म के मामले को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गहलोत सरकार पर सवाल खड़े किए हैं. इसके साथ ही एबीवीपी ने इस जघन्य वारदात को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को सख्त सजा दिलवाने की मांग की है. इसके साथ ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री होशियार मीणा ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध में लगातार इजाफा हो रहा है. दुष्कर्म, शोषण और अत्याचार के मामले बढ़ रहे हैं.
वहीं, कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा और दुष्कर्म के मामलों में भारी बढ़ोतरी हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ मामलों में तो जिम्मेदारों की गंभीर लापरवाही भी सामने आई है. लेकिन सरकार और प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. जो सरकार के महिलाओं के प्रति गैर जिम्मेदाराना रवैये को दर्शाता है.
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उन्होंने कहा कि पिछले दिनों करौली जिले में 6 साल की बच्ची के साथ में दुष्कर्म और हत्या के बाद शव कुएं में फेंकने का मामला हो या इसी तरह की वारदात नागौर में होना. पुलिस की तरफ से एफआईआर भी दर्ज नहीं करना सिस्टम की संवेदनहीनता को दर्शाता है. उन्होंने महिला अपराधों की घटनाओं में बढ़ोतरी को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा की ऐसी घटनाओं पर सरकार के किसी प्रतिनिधि का बयान तक नहीं आना सरकार की महिलाओं के प्रति सोच को प्रदर्शित करता है.
होशियार मीणा ने कहा कि ऐसे विकट हालात में भी गर्भवती महिला के साथ एम्बुलेंस में हुए जघन्य अपराध की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कड़े शब्दों में निंदा करती है. उन्होंने इस मामले में दरिंदों को सख्त सजा दिलवाने की भी मांग सरकार से की है.