जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षा के मंदिर की बजाए छात्र राजनीति का अखाड़ा बनता जा रहा है. सोमवार को यहां जमकर लाठियां बरसीं, छात्रों के कपड़े फटे, छात्र बेहोश भी हुई, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई. 3 दिन से एबीवीपी के तीन छात्र नेता पानी की टंकी पर चढ़े हुए हैं, जो देर रात आश्वासन के बाद टंकी पर से उतर गए.
छात्र नेताओं पर कोई कानूनी कार्रवाई ना हो, यूजी और पीजी के एडमिशन 17 अगस्त तक 100 फीसदी हो जाएं और एडमिशन नहीं होने की स्थिति में चुनाव की तारीखें आगे बढ़ाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजने की मांग को लेकर सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र कुलपति सचिवालय (ABVP protest in RU for student union election) पहुंचे. हालांकि यहां कुलपति के साथ इंटरप्रिटेशन समिति की बैठक के बीच छात्रों ने कुलपति सचिवालय में प्रवेश करने की कोशिश की. जिस पर उन्हें पुलिस ने रोका.
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यहां पुलिस प्रशासन ने बल प्रयोग करते हुए छात्रों को खदेड़ने की भी कोशिश की. इस दौरान कुछ छात्र नेताओं के चोट भी आई. वहीं एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा सहित कुछ छात्र नेताओं के कपड़े भी फट गए. इस दौरान इकाई अध्यक्ष भारत भूषण बेहोश हो गए. वहीं एबीवीपी के प्रांत संगठन मंत्री अर्जुन तिवाड़ी ने विश्वविद्यालय में छात्रों के साथ बर्बरता होने का आरोप लगातार हुए अब सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने का एलान किया.
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राजस्थान विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का पिछले कई दिनों से आंदोलन चल रहा है. छात्रसंघ चुनाव से पहले विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण हो इसको लेकर सोमवार को इंटरप्रिटेशन समिति की मीटिंग हुई. हालांकि कमेटी की मीटिंग का परिणाम 1 बजे आना संभावित था, लेकिन शाम 6:30 बजे तक भी प्रशासन का कोई फैसला नहीं आया. ऐसे में विद्यार्थियों में आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है. विश्वविद्यालय कमेटी के साथ विद्यार्थी परिषद का डेलिगेशन बात करने गया, लेकिन कमेटी की ओर से फैसले को टालने के चलते बात नहीं बनी.
इससे पहले राजस्थान विश्वविद्यालय में प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय मंत्री कौशल मीणा, इकाई अध्यक्ष भारत भूषण, इकाई मंत्री महेंद्र चौधरी सहित की छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया. इस दौरान छात्रों के कपड़े फाट गए. जिसके विरोध में भारत भूषण के नेतृत्व में गई कमेटी प्रो एसएल शर्मा के सामने कुलपति सचिवालय के अंदर अनशन पर बैठ गई. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस प्रशासन के रवैए को तानाशाही पूर्ण बताते हुए आरोप लगाया कि इंटरप्रिटेशन समिति की बैठक में केवल हंसी-ठठ्ठा चल रहा है.
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उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय में लोकतंत्र की हत्या हो रही है. छात्रों के साथ खिलवाड़ हो रहा है. उन्होंने टंकी पर चढ़े छात्रों के साथ कोई अन्याय होने और छात्रों पर पुलिस प्रशासन की ओर से किए गए बल प्रयोग के विरोध में अब सरकार और प्रशासन के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी. इस दौरान तिवाड़ी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तंज कसा. खबर लिखे जाने तक एबीवीपी के छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा. छात्रों ने कुलपति सचिवालय का घेराव जारी रखते हुए कहा कि जब तक छात्रों के हितों में कोई फैसला नहीं आ जाता, तब तक ना तो कोई सचिवालय के अंदर जा पाएगा और ना बाहर निकल पाएगा.