जयपुर. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में बिगड़ती बिजली और पेयजल किल्लत के मुद्दे पर गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला. वसुंधरा ने यह तक कह डाला कि अब तो सिविल लाइंस स्थित उनके घर में भी बिजली की आंख मिचौली शुरू हो चुकी है. तो फिर प्रदेश में आम उपभोक्ताओं का क्या हाल हो रहा होगा. इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है.
जयपुर शहर लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा सांसद रामचरण बोहरा की नामांकन सभा में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस सरकार पर यह आरोप लगाए. इस दौरान वसुंधरा राजे ने पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में जयपुर में हुए विकास कार्य का भी पूरा श्रेय मौजूदा सांसद और प्रत्याशी रामचरण बोहरा के खाते में ही डाल दिया और आमजन से अपील की कि इस बार बोहरा को जीता कर वापस दिल्ली भेजें.
कर्मचारियों को वेतन और ठेकेदारों को पेमेंट नहीं कर रही सरकार
सभा में वसुंधरा राजे के निशाने पर कांग्रेस और प्रदेश की गहलोत सरकार रही. वसुंधरा राजे ने आरोप लगाया कि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में जो विकास कार्य किए गए थे. मौजूदा गहलोत सरकार ने उसे 1 इंच तक आगे नहीं बढ़ाया. राजे ने गहलोत सरकार पर वित्तीय कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि आज हालत यह हो चुके हैं कि प्रदेश में कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा, ठेकेदारों को उनके काम का भुगतान नहीं हो रहा. जिसके चलते विकास कार्य चौपट हो चुके हैं.
राजे ने इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को भी गिनाया और अपील की कि इस बार मोदी के हाथ मजबूत किए जाएं. नामांकन सभा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी, केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, पूर्व मंत्री और मौजूदा भाजपा विधायक कालीचरण सराफ, विधायक अशोक लाहोटी, विधायक नरपत सिंह राजवी और सतीश पूनिया के साथ ही पूर्व विधायक अरुण चतुर्वेदी, मोहन लाल गुप्ता, सुरेंद्र पारीक, शंकर लाल शर्मा और कैलाश वर्मा भी मौजूद रहें.