जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव (Rajasthan Assembly Elections) से पहले आम आदमी पार्टी अपने पैर जमाने की कोशिश में जुट गई है. राजस्थान की राजनीतिक जमीन पर खड़े होने के लिए पार्टी 26 सितंबर को श्रीगंगानगर में किसान न्याय सभा करेगी. उसके बाद बिजली की दरें कम करने की मांग को लेकर आंदोलन की राह पकड़ेगी. इस रणनीति को धरातलीय रूप देने के लिए पहले सांसद संजय सिंह और फिर समय-समय पर आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेताओं का राजस्थान में दौरे की तैयारी है.
आम आदमी पार्टी केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रही है. 26 सितंबर को श्रीगंगानगर जिले में होने वाले किसान न्याय सभा को राजस्थान प्रभारी सांसद संजय सिंह सहित प्रदेश के किसान और पार्टी नेता संबोधित करेंगे.
पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी खेमचंद जागीरदार (Khemchand Jagirdar) ने बताया कि किसान विरोधी कृषि कानून (Agriculture law) के खिलाफ देश का किसान लगातार आंदोलन कर रहा है. केंद्र सरकार उसकी कोई सुध नहीं ले रही है. बल्कि उन पर लाठीचार्ज जैसी सख्ती दिखाकर सरकार हठधर्मिता की हदें पार कर तानाशाह हो चुकी है. आम आदमी पार्टी हमेशा किसानों के साथ है. उनको न्याय दिलाने के लिए किसान न्याय सभा का आयोजन किया जा रहा है.
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उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान में बिजली की दरों को लेकर कांग्रेस सरकार (Gehlot Government) की मनमानी खत्म नहीं हो रही है. बिजली कंपनियों में व्याप्त भ्रष्टाचार का बोझ आम जनता पर स्थायी शुल्क, सरचार्ज के नाम पर लादा जा रहा है.
राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिले, इसके लिए आम आदमी पार्टी आंदोलन कर सरकार को दिल्ली की तर्ज पर 200 यूनिट बिजली फ्री देने की मांग की जाएगी. साथ ही लॉकडाउन अवधि में दुकानदारों के बिजली के बिल माफ करने और बिजली कंपनियों में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए उनकी पब्लिक ऑडिट कराने की मांग की जाएगी. वहीं शनिवार को कर्मचारी नेता रहे गिरिराज किशोर शर्मा भी आम आदमी पार्टी में शामिल हुए. अब जल्द राजस्थान में अध्यक्ष समेत अन्य पदों पर नियुक्तियां की जाएगी.