जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के चलते राजधानी में लगाए गए कर्फ्यू क्षेत्र में कुछ ऐसे भी इलाके हैं, जहां तक प्रशासन की मदद नहीं पहुंच पा रही है या फिर काफी देर से मदद पहुंच रही है. ऐसे क्षेत्र में रहने वाले लोगों की पीड़ा को देखते हुए राजधानी की राधिका किन्नर ने एक मुहिम चलाते हुए राशन सामग्री व अन्य जरूरी वस्तुएं लोगों तक पहुंचाने का काम शुरू किया है.
राधिका किन्नर द्वारा किस तरह से जरूरतमंद लोगों की सहायता की जा रही है, ये देखने के लिए ईटीवी भारत की टीम कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र ब्रह्मपुरी पहुंची. जहां सुनियोजित तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाते हुए जरूरतमंद लोगों को राशन सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुएं वितरित की जा रही थी. राशन सामग्री लेने के लिए आ रहे लोग भी चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए डेढ़ मीटर की दूरी पर बनाए गए गोल घेरों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे.
नहीं मिला सरकारी राशन तो खुद ही उठाया लोगों की मदद का जिम्मा
राधिका किन्नर ने बताया कि इलाके में रहने वाले अधिकतर लोग किरायेदार हैं, जो कि मजदूरी करके अपना परिवार पालते हैं. लॉकडाउन के चलते सभी काम-धंधे चौपट हो जाने पर ऐसे लोगों के सामने राशन-पानी की भारी किल्लत आ खड़ी हुई. इलाके में प्रशासन द्वारा सरकारी राशन की आपूर्ति भी नहीं करवाई गई, जिसके चलते लोगों की हालत बद से बदतर होने लगी. ऐसे में इन लोगों तक राशन सामग्री पहुंचाने की जिम्मेदारी राधिका किन्नर ने उठाई. राधिका किन्नर ने क्षेत्र में रहने वाले कुछ अन्य संपन्न लोगों की सहायता से एक टीम बनाकर जरूरतमंद लोगों तक राशन पहुंचाने का काम शुरू किया.
एक ही दिन में 150 परिवारों तक पहुंचाया राशन
जरूरतमंद लोगों को राशन सामग्री का एक किट बनाकर सौंपा जा रहा है. जिसमें आटा, दाल, चावल, नमक, तेल, मसाले और अन्य आवश्यक सामग्री शामिल है. राधिका किन्नर और उनकी टीम इलाकों में घूम कर ऐसे लोगों की लिस्ट तैयार करते हैं, जिन्हें राशन व अन्य आवश्यक वस्तुओं की जरूरत है. फिर लिस्ट के आधार पर किट तैयार कर लोगों को एक निश्चित समय पर सामान लेने के लिए बुलाया जाता है.
पढ़ें- स्पेशल स्टोरी: कोरोना ने बच्चों को किया मां-बाप से दूर, दादा से करते हैं उनकी वापसी पर सवाल
इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाता है और एक बारी में केवल इतने ही लोगों को बुलाया जाता है, ताकि भीड़ इकट्ठी न हो सके. राधिका किन्नर और उनकी टीम एक ही दिन में 150 जरूरतमंद परिवारों तक राशन व अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचा चुके हैं. इलाके में रहने वाले अन्य लोग राधिका किन्नर और उनकी पूरी टीम की तारीफ कर रहे हैं.