जयपुर. राजधानी के आदर्श नगर थाना इलाके में मकान मालकिन और उसके बेटों ने एक बुजुर्ग महिला पर जानलेवा हमला कर उसे घर से बाहर निकाल (70 year Old woman thrash out of house by owner in Jaipur) दिया. बुजुर्ग महिला गंभीर हालत में जीटी पुलिया के नीचे रेलवे ट्रैक पर मिली जिसे राहगीरों ने जयपुरिया अस्पताल पहुंचाया. हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे सवाई मान सिंह अस्पताल रेफर कर दिया.
वृद्धा की हालत बेहद नाजुक होने के चलते उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है. हालत सही नहीं होने के चलते पुलिस बुधवार देर रात तक वृद्धा के पर्चा बयान नहीं ले सकी है. वृद्धा के बेटे ने मकान मालकिन और उसके दो बेटों पर बुरी तरह मारपीट कर घर से बाहर निकालने का आरोप लगाते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज (Son filed complain against land lady In jaipur) करवाई है.
क्या है मामला? : दरअसल गुरुनानकपुरा स्थित बिल्डिंग संख्या 290 में फ़्लैट नंबर 203 निवासी जितेंद्र सिंह ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि वह इस फ़्लैट में 7 सितंबर 2019 से किराए से अपनी 70 वर्षीया मां कुलविंदर कौर के साथ रह रहा है. दो महीने पहले पिता की मौत हो गई थी. वह खुद ट्रांसपोर्ट के काम से बाहर आता-जाता रहता है. जनवरी में मकान मालिक ने लीगल नोटिस देकर मकान खाली करने के लिए कहा, जिस पर पीड़ित ने दूसरा मकान ढूंढने और सामान शिफ्ट करने के लिए कुछ समय की मोहलत मांगी.
28 फरवरी की शाम पीड़ित किसी काम से जयपुर से बाहर चला गया और तब घर पर उसकी 70 वर्षीय मां अकेली मौजूद थी. घर पर मां को अकेला पाकर मकान मालकिन राजकुमारी तनेजा, उसके बेटे हेमंत और सुरेश ने मां के साथ लाठी से बुरी तरह मारपीट की और बाल पकड़ घसीटते हुए घर से बाहर निकाल (Old Woman Beaten By Land Lady In Jaipur) दिया.
पड़ोसियों ने उसे सूचना दी तो मकान मालकिन से फोन पर बात की. तब भी मकान मालकिन ने उसकी मां के बारे में कुछ नहीं बताया. पीड़ित ने दो घंटे के अंतराल में करीब 14 कॉल किए, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला.
ऑटो चालक बना मददगार: सेक्टर-1 मालवीय नगर निवासी चंद्र कुमार रूट नंबर 18 पर ऑटो चलाता है. वह मंगलवार को जीटी पुलिया के नीचे सवारियों का इंतजार कर रहा था, इस दौरान उसने रेलवे ट्रैक पर वृद्धा को बेहोशी की हालत में पड़ा देखा. जिस पर वो तुरंत अपने दो-तीन साथियों के साथ पटरी पर पहुंचा तो देखा की वृद्धा लहूलुहान हालत में पड़ी हुई थी. उसका भारी भरकम बैग भी पास में पड़ा था.
अपने साथियों की मदद से उसे सड़क पर लाया और वहां से कार लेकर गुजर रहे सेवानिवृत अधिकारी की मदद से जयपुरिया अस्पताल पहुंचाया. बैग में डायरी में मिले बेटे के नंबर पर सूचना दी. वृद्धा का बैग बहुत भारी था, जिसे दो-तीन लोगों ने मिलकर उठाया. ऐसे में सवाल उठता है कि 70 वर्षीय वृद्धा उस बैग को लेकर रेलवे तक कैसे पहुंची या किसी ने उसे ट्रैक पर मरने के लिए पटक दिया. फिलहाल पुलिस इस बारे में जांच कर रही है.
वृद्धा के सिर और पैरों पर गंभीर चोटें आईं हैं. इसके अलावा वृद्धा को कई अंदरूनी चोटें भी लगी है जिसके चलते उसकी स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है. वहीं पुलिस में शिकायत दर्ज होने के बाद से आरोपी मकान मालकिन और उसके दोनों बेटे फरार बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
मामला बेहद उलझा हुआ पीड़िता कुछ बोले तो जांच आगे बढ़े: इस पूरे प्रकरण को लेकर जांच अधिकारी एएसआई यूनुस अली का कहना है कि यह मामला बेहद उलझा हुआ है और जब तक पीड़िता के इस प्रकरण में बयान नहीं हो जाते तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा. पीड़िता का अभी आईसीयू में इलाज जारी है और वह बयान देने की स्थिति में नहीं है. यह बात एकदम स्पष्ट है कि पीड़िता खुद फ्लैट की चौथी मंजिल से नीचे उतर कर सामान के साथ इतना दूर नहीं जा सकती.
पीड़िता को फ्लैट से रेलवे ट्रैक तक कौन लेकर गया इसका खुलासा भी पीड़िता के बयान होने के बाद ही हो सकेगा. घटनास्थल के आसपास कोई भी सीसीटीवी कैमरा मौजूद नहीं है और न ही घटनाक्रम का कोई चश्मदीद मौजूद है, ऐसे में पीड़िता के साथ मारपीट किन लोगों ने की इस पर भी कुछ कहना जल्दबाजी होगा. हालांकि, पीड़िता के बेटे ने एफआईआर दर्ज करवाई है लेकिन पीड़िता का बेटा भी वारदात के वक्त घटनास्थल पर मौजूद नहीं था, उसे भी अन्य लोगों की ओर से फोन कर सूचना दी गई.