जयपुर. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 8 फरवरी हो रहे हैं और चुनावी कैंपेन जोरों पर है. ऐसे में राजस्थान के नेताओं को भी दिल्ली के चुनावों में प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है. जहां राजस्थान से भाजपा के कई नेता वहां प्रचार में जटे हैं. वहीं, कांग्रेस ने 70 नेताओं को प्रचार के लिए दिल्ली में लगाया है. यहां तक कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी जुट गए हैं.
दिल्ली में प्रचार के लिए भेजे गए नेताओं में मंत्री रमेश मीणा, गोविंद डोटासरा, राजेन्द्र यादव, ममता भूपेश, के साथ ही विधायक कृष्णा पुनिया, प्रशांत बैरवा, मुरारी लाल मीणा, महासचिव ज्योति खण्डेवाल समेत विभिन्न प्रकोष्ठों और अग्रिम संगठनों के नेता शामिल हैं. इन नेताओं को दिल्ली की अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है.
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अधिकांश नेता कई बार दिल्ली जाकर पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार कर चुके हैं. राहुल गांधी की 28 जनवरी को जयपुर में हुई रैली के चलते जयपुर पहुंचे तमाम नेताओं ने अब दोबारा दिल्ली में मोर्चा संभाल लिया है. जहां, शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कई जनसभाओं को संबोधित कर पार्टी के पक्ष में प्रचार किया तो वहीं रविवार को डिप्टी सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने भी अपनी कमान संभाली.
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इन दो सीटों पर ज्यादा जोर
यूं तो प्रदेश कांग्रेस के नेता सभी सीटों पर जाकर प्रचार कर रहे हैं. लेकिन मॉडल टाउन और बदली सीट पर राजस्थान की नजर से हॉट सीटें हैं. क्योंकि मॉडल टाउन सीट पर झुंझुन के कद्दावर जाट नेता दिवंगत शीशराम ओला की पौत्रवधू चुनाव लड़ रही हैं. तो वहीं, बदली सीट पर चुनाव लड़ने वाले देवेन्द्र यादव राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान सहप्रभारी का रोल निभा चुके हैं.