जयपुर. प्रदेशभर की स्कूलें सोमवार से कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए भी अनलॉक हो जाएंगी. प्रदेशभर की सरकारी और निजी स्कूलों में तीन कक्षाओं में करीब 40 लाख विद्यार्थी पढ़ रहे हैं. फिलहाल, कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के लिए स्कूल बंद ही रहेंगे और उनकी पढ़ाई ऑनलाइन ही होगी. स्कूल प्रशासन ने कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों के लिए खास तैयारियां की हैं. देखिए यह खास रिपोर्ट...
राजस्थान में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूलें पहले ही खोली जा चुकी हैं. हालांकि, कक्षा 1 से पांचवी तक की कक्षाओं के बच्चों के लिए स्कूल अभी नहीं खोली जा रही हैं. उनकी पढ़ाई ऑनलाइन ही जारी रहेगी. ऐसे में प्रदेशभर की उच्च प्राथमिक स्तर की स्कूलें कोरोना काल में करीब 11 महीने बाद सोमवार को पहली बार खुलेंगी.
स्कूलों में की गई सभी व्यवस्थाएं
स्कूलों में स्कूल प्रशासन ने साफ-सफाई करवाई है. लंबे समय बाद स्कूल खुलने के कारण पानी के टैंक को खाली करवाकर इसकी सफाई की गई है. जबकि क्लास रूम की भी साफ-सफाई कर पूरे स्कूल भवन को सेनेटाइज किया गया है. स्कूल में पर्याप्त संख्या में सेनेटाइजर और मास्क की व्यवस्था की जा रही है. ताकि बच्चे मास्क लाना भूल जाएं तो उन्हें मास्क दिया जा सके.
इसके साथ ही स्कूल में सेनेटाइजर भी रखवाया गया है. ताकि स्टाफ और बच्चे बार-बार अपने हाथ सेनेटाइज कर सकें. इसके अलावा हाथ धोने की व्यवस्था भी हर स्कूल में की जा रही है. कक्षा कक्षों को सेनेटाइज करने के साथ ही यहां बच्चों के बैठने की व्यवस्था इस तरह से की गई है कि उनमें पर्याप्त दूरी रहे. फिलहाल कक्षा 6 से 8 तक के आधे बच्चों को ही स्कूल बुलाया जाएगा. बाकी आधे बच्चों को अगले दिन बुलाया जाएगा.
सरकारी स्कूल में की गई अभिभावकों से मीटिंग
इससे पहले रविवार को शिक्षक-अभिभावकों की एक बैठक की गई. जिसमें बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए स्कूल प्रशासन की ओर से अभिभावकों को जानकारी मुहैया करवाई गई. इसके साथ ही बच्चों को स्कूल भेजते समय रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में अभिभावकों को जानकारी दी गई. हालांकि, अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने संबंधी सहमति पत्र भी लिया गया है.
राजधानी जयपुर की स्वामी बस्ती स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापक रीता सैनी का कहना है कि सरकार की तरफ से जो गाइड लाइन जारी की गई है, उसके अनुसार विद्यालयों में पूरी तरह से साफ-सफाई करवाई गई है. कक्षा कक्षों के साथ ही पूरे स्कूल भवन की साफ-सफाई करवाई गई है. इसके अलावा पानी के टैंक की भी सफाई करवाई गई है. स्कूल भवन और क्लास रूम को सेनेटाइज भी करवाया गया है.
बच्चों के लिए भी सेनेटाइजर और अतिरिक्त मास्क की व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि बच्चों को पानी की बोतल और टिफिन में भोजन लाना होगा. अभिभावकों से यह कहा गया है कि वे बच्चों को समझाकर भेजें कि स्कूल में अनावश्यक रूप से चीजों को छुएं नहीं. इसके साथ ही खाना, किताबें आदि आपस में शेयर नहीं करें.
उनका कहना है कि शारीरिक दूरी के साथ बच्चों को बैठाने के लिए भी अलग से इंतजाम किए गए हैं. ताकि बच्चों में संक्रमण फैलने का खतरा नहीं रहे. फिलहाल, एक दिन में आधे बच्चों को ही बुलाया जाएगा. बाकी आधे बच्चों को अगले दिन स्कूल बुलाया जाएगा.
अभिभावक स्कूलों के इंतजाम से संतुष्ट
अभिभावक दिनेश स्वामी का कहना है कि बच्चे का पिता होने के नाते उन्होंने सोमवार को स्कूल खुलने से पहले स्कूल आकर सारी चीजों को समझा है. स्कूल में साफ-सफाई के समुचित इंतजाम किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि फिलहाल 50 फीसदी बच्चों को ही स्कूल बुलाया जा रहा है. इससे शारीरिक दूरी संबंधी नियमों की पालना भी होगी और बच्चों में संक्रमण फैलने का खतरा भी नहीं होगा. स्कूल में जगह-जगह सेनेटाइजर स्टैंड लगवाए गए हैं. हाथ धोने की भी समुचित व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही खाना खाने के लिए भी अलग से जगह तय की गई है और इस जगह को बार-बार सेनिटाइज करवाने की व्यवस्था भी स्कूल द्वारा की गई है.
बच्चों की स्कूल के गेट पर होगी थर्मल स्क्रीनिंग
शिक्षक बनवारीलाल का कहना है कि स्कूल आने से पहले मुख्यद्वार पर ही बच्चों का थर्मल थर्मामीटर से तापमान नोट किया जाएगा. इसके बाद उनके हाथ अच्छे से सेनेटाइज करवाए जाएंगे. इसके बाद पर्याप्त दूरी के साथ एक-एक कार उन्हें क्लास रूम में भेजा जाएगा. जहां क्लास टीचर क्लास रूम के दरवाजे पर ही खड़ा रहेंगे. क्लास टीचर की यह जिम्मेदारी रहेगी कि एक-एक बच्चे को निर्धारित सीट पर पर्याप्त दूरी के साथ बिठाया जाएगा.
अवकाश के बाद पूरे क्लास रूम को सेनेटाइज किया जाएगा. ताकि अगले दिन जो बच्चे स्कूल आएं उन्हें साफ-सुथरी सीट मिल सकें. रोल नम्बर के अनुसार बच्चों के बैठने की व्यवस्था कर ली गई है. स्टाफ की बैठक लेकर भी रखी जाने वाली सावधानियों की जानकारी उन्हें दे दी गई हैं.
प्रार्थना सभा और पोषाहार पर फिलहाल रोक
सोमवार से कक्षा 6 से 8 तक के बच्चे स्कूल आएंगे. जबकि कक्षा 9 से 12 तक के बच्चे पहले से ही स्कूल आ रहे हैं. फिलहाल स्कूल में प्रार्थना सभा या ऐसे किसी आयोजन पर रोक रहेगी जिसमें बच्चों के इकट्ठा होने की संभावना रहती है. इसके साथ ही स्कूल में पोषाहार भी नहीं बनेगा. टिफिन बच्चों को घर से ही लाना होगा. इसके साथ ही कक्षा 6 से 8 तक के बच्चे सुबह 10:30 बजे स्कूल आएंगे और 3 बजे उनकी छुट्टी होगी. इसके अलावा कंटेन्मेंट जोन के बच्चों को भी स्कूल नहीं बुलाया जाएगा.
- कक्षा 6 में सरकारी स्कूल में 7,52,010 बच्चे हैं जबकि निजी स्कूल में 6,69,311 बच्चे हैं
- कक्षा 7 में सरकारी स्कूल में 7,14,467 बच्चे हैं जबकि निजी स्कूल में 6,48,409 बच्चे हैं
- कक्षा 8 में सरकारी स्कूल में 6,94,821 बच्चे हैं जबकि निजी स्कूल में 6,03,779 बच्चे हैं