जयपुर. प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी क्रम में जिला प्रशासन उत्तर प्रदेश के मजदूरों को उनके घर भेजेगा. इसको लेकर पूरी व्यवस्था कर ली गई है. जयपुर रेलवे स्टेशन से 12, 14, 16 और 18 मई को उत्तर प्रदेश के मजदूरों को भेजने लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाएगी.
अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ अशोक कुमार ने बताया कि फिलहाल उत्तर प्रदेश के मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए ट्रेनों की अनुमति दी गई है. यह ट्रेनें 12 मई से शुरू होगी और 18 मई तक चलेगी. यह ट्रेनें कुछ विशेष जगह के लिए चलाई जाएगी और उन विशेष जगह के आस-पास रहने वाले मजदूरों को ही इन ट्रेनों में भेजा जाएगा. अशोक कुमार ने विशेष आग्रह किया है कि जिन मजदूरों को जिला प्रशासन की ओर से फोन या मैसेज किया जाए केवल वो ही रेलवे स्टेशन आए.
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उन्होंने बताया कि जिन मजदूरों ने जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है, उनको जिला प्रशासन की ओर से फोन और मैसेज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यूपी के बाद उड़ीसा, बिहार और पश्चिम बंगाल के लिए भी ट्रेनों की अनुमति पेंडिंग है, यहां के लिए भी ट्रेनों की अनुमति जल्द मिल जाएगी. उन ट्रेनों की समय सारिणी बाद में जारी की जाएगी.
जाने किस दिन किन जिलों के लिए चलेंगी ट्रेनें
बता दें कि 12 मई को जयपुर से बलिया के लिए विशेष ट्रेन चलाई चलाई जाएगी. इसमें आजमगढ़, बलिया और मऊ के मजदूरों को भेजा जाएगा. इसी तरह से 14 मई को जयपुर से गोरखपुर के लिए विशेष ट्रेन चलाई जाएगी. इसमें गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया और महाराजगंज के मजदूर भेजे जाएंगे. 16 मई को जयपुर से कानपुर के लिए विशेष ट्रेन मजदूरों के लिए भेजी जाएगी. इस ट्रेन में फर्रुखाबाद, औरैया, इटावा, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर के मजदूरों को उनके घर भेजा जाएगा. इसी प्रकार 18 मई को जयपुर से लखनऊ विशेष ट्रेन भेजी जाएगी. इस ट्रेन में हरदोई, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव और खेरी के मजदूरों को उनके घर भेजा जाएगा.
अशोक कुमार ने बताया कि मजदूरों को सूचना और मैसेज करने का काम तहसील स्तर पर दिया गया है. सभी मजदूरों को एक जगह एकत्र कर बसों के जरिए रेलवे स्टेशन लाया जाएगा. उन्होंने कहा कि इन मजदूरों के लिए ट्रेनों में खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की गई है. साथ ही इनको ट्रेनों से रवाना करने से पहले इनकी स्क्रीनिंग भी की जाएगी. अगर मजदूरों के पास मास्क नहीं होंगे तो उन्हें मास्क भी दिए जाएंगे और सैनिटाइजर भी दिए जाएंगे. सफर के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की भी पूरी तरह से पालना की जाएगी. अशोक कुमार ने कहा कि कोविड-19 के जो भी प्रोटोकॉल है, मजदूरों के भेजने में उसका पूरी तरह से पालन किया जाएगा.