जयपुर. वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय का 34वां स्थापना दिवस ऑनलाइन आयोजित किया गया. इस समारोह में राज्यपाल ने नवनिर्मित विज्ञान भवन और उद्यमिता कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन किया, साथ ही संविधान उद्यान का भी शिलान्यास किया.
राज्यपाल ने कहा कि कौशल विकास मानव जीवन की जननी है, विश्वविद्यालय कौशल विकास केंद्र से युवा जोड़ेंगे तो उनमें आत्मविश्वास पैदा होगा. अनिश्चितता का भाव भी युवा मन से समाप्त होगा और युवा स्वावलंबी बन सकेंगे. राज्यपाल के अनुसार शिक्षा व्यवस्था वर्तमान परिदृश्य में बदलाव के दौर से गुजर रही है और उसमें एक शिक्षक की भूमिका में अमूल परिवर्तन करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है.
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राज्यपाल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान में लोकतंत्र का मूल स्थान है. इसलिए विश्वविद्यालय में संविधान उद्यान बनाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि आमजन को संविधान की जानकारी होना बेहद जरूरी है. राष्ट्रीय एकता अखंडता और सामाजिक समरसता के लिए कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा. विश्वविद्यालयों में युवाओं को मूल कर्तव्यों का ज्ञान कराने के लिए अभियान चलाया जाए. साथ ही देश की युवा पीढ़ी को मूल कर्तव्यों के बारे में बताया जाए. उन्होंने कहा संविधान के अनुच्छेद- 51 पर विचार-विमर्श करने के लिए गोष्ठियों और सेमिनार का भी आयोजन किया जाए.
समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, विश्वविद्यालय के कुलपति आर एल गोदारा ने भी संबोधित किया. इस मौके पर राज्यपाल के सचिव सुधीर कुमार और विशेष अधिकारी गोविंद राम जयसवाल भी मौजूद रहे.