जयपुर. टूरिस्ट गाइड फेडरेशन ऑफ इंडिया का 22वां राष्ट्रीय सम्मेलन शनिवार से शुरू हुआ. 2 दिन तक चलने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने किया. आमेर के एक निजी होटल में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.
बता दें, सम्मेलन में देशभर से पेशेवर टूरिस्ट गाइड, ट्रैवल डायरेक्टर्स, पर्यटक और संस्कृति और इतिहास से जुड़े विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं. राष्ट्रीय सम्मेलन में कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुतियां दी. टूरिस्ट गाइड फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि 1996 में फेडरेशन का शुभारंभ किया गया था. पहला सम्मेलन जयपुर में आयोजित किया गया था. इस बार जयपुर को यूनेस्को ने विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है, इसी वजह से जयपुर में यह सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है. इसे पेशेवरों की आकाशगंगा थीम पर आयोजित किया जा रहा है.
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वहीं, सम्मेलन में शनिवार को पर्यटन उद्योग और टूरिस्ट गाइड के क्षेत्र के आचार संहिता को स्थापित करने पर मंथन किया गया. जिसके बाद रविवार को भारत के क्षेत्रों की विभिन्न समस्याओं के साथ क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दों पर विशेषज्ञ चर्चा किया जाएगा. इस वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में देश के विभिन्न क्षेत्रों से करीब 400 सम्मानित प्रतिनिधि सम्मिलित होंगे. जिममें पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार से मान्यता प्राप्त गाइड, पर्यटन मंत्रालय के अधिकारी, पर्यटन क्षेत्र से जुडी राष्ट्रीय संस्थाएं और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के सदस्य शामिल होंगे.
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उधर, टूरिस्ट एसोसिएशन के मुद्दों को लेकर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान पर्यटन के क्षेत्र में बेहतरीन राज्य है और इसे सभी के सहयोग से आगे बढ़ाया जा सकता है. टूरिस्ट फेडरेशन की समस्याओं पर विचार करके दूर करने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गाइड हमारे देश की संस्कृति और इतिहास को दुनिया के सामने प्रदर्शित करते हैं. जिस तरह इंडिया की तस्वीर गाइड दुनिया में पेश करते हैं, उसी का नतीजा है कि आज भारत में ज्यादा टूरिस्ट आते हैं.