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वाहन चोरी गैंग का सरगना गिरफ्तार, 5 लग्जरी कार और 1 बाइक बरामद

जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने वाहन चोरी करने वाले गैंग सरगना समेत 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही इन आरोपियों के कब्जे से 5 लग्जरी कार समेत एक बाइक बरामद की गई है. फिलहाल, पुलिस की ओर से पूछताछ कर रही है. इस दौरान और भी कई खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है.

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वाहन चोरी करने वाली गैंग के सरगना समेत 2 गिरफ्तार
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Published : Jul 9, 2020, 10:14 PM IST

जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हाईटेक तरीके से वाहन चोरी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मामले में सरगना समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के कब्जे से 5 लग्जरी चौपहिया वाहन और 1 बाइक बरामद की गई है. साथ ही 2 वाहनों के फर्जी दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं.

बता दें कि आरोपी चोरी की गई लग्जरी कारों को दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से राजस्थान में फर्जी दस्तावेज बनाकर बेचान करते थे. पुलिस ने 12 से अधिक फर्जी वाहनों के चोरी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने का खुलासा किया है. इसके साथ ही आरोपियों के घर पर एक जंगली कछुआ भी बरामद किया गया है, जिसकी वन विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है.

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वाहन चोरी करने वाली गैंग का सरगना

पढ़ें- प्रदेश की विभिन्न जेलों में 186 कोरोना पॉजिटिव एक्टिव केस, प्रतापगढ़ में सबसे ज्यादा

जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव के मुताबिक शहर में लग्जरी वाहनों को हाईटेक तरीके से चोरी की वारदातों का खुलासा करने के लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया गया था. जो एडिशनल पुलिस कमिश्नर प्रथम अजय पाल लांबा और डीसीपी क्राइम योगेश यादव के निर्देशन में गठित किया गया था. जिसका नेतृत्व सीएसटी टीम के इंस्पेक्टर लखन खटाना, सुरेंद्र यादव और सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह कर रहे थे.

जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम लगातार शहर में सूचनाएं एकत्रित कर रही थी. इस दौरान सामने आया कि जयपुर में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से चोरी के वाहन लाकर फर्जी कागजात तैयार कर बेचने का गिरोह सक्रिय है. इसके बाद अंडरकवर रहकर रेकी करते हुए पुलिस ने सूचना एकत्रित की और मुरलीपुरा इलाके में पुलिस जाब्ते के साथ आरोपी श्याम सिंह राठौड़ और विश्वकर्मा से भानु प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया.

पूछताछ में सामने आया है कि बरामद वाहन पर फर्जी नंबर लगा रखे हैं और सभी वाहन दिल्ली से चोरी हुए हैं, जिनकी एफआइआर भी दर्ज है. एक वाहन के चेसिस नंबर और इंजन नंबर भी मिटा रखे हैं. वाहन के कंप्यूटराइज की सिस्टम को लैपटॉप से हैक करके मिनटों में ही स्टार्ट कर लेते हैं और नकली रिमोट बना लेते हैं. लेकिन उसकी चाबी नहीं बना पाते हैं. जिसके कारण केवल रिमोट से ही गाड़ी को स्टार्ट करते हैं और उपयोग में लेते हैं.

पढ़ें- सावन में इस बार 2 नाग पंचमी होने से भक्तों में असमंजस, जानें तारीख

वहीं, फर्जी कागजात तैयार होने के बाद ही उन दस्तावेजों के आधार पर डुप्लीकेट चाबी बनाते हैं. आरोपियों ने फर्जी कागजात के आधार पर चोरी के वाहन जयपुर में बेचान किए हैं, जिनकी तस्दीक की जा रही है. साथ ही आरोपियों को न्यायालय में पेश कर 7 दिन का रिमांड लिया गया है.

आरोपी के घर से बरामद हुआ जंगली कछुआ

पुलिस के गिरफ्त में आए आरोपी श्याम सिंह राठौड़ के घर से एक जंगली कछुआ भी बरामद हुआ है. जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई. इसके बाद क्षेत्रीय वन अधिकारी रघुवीर सिंह ने कछुए को कब्जे में लेकर मामला दर्ज किया है और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि आरोपी के खिलाफ पहले से ही कई अपराधिक मामले भी दर्ज है और कई बार जेल भी भेजा चुका है.

जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हाईटेक तरीके से वाहन चोरी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने मामले में सरगना समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के कब्जे से 5 लग्जरी चौपहिया वाहन और 1 बाइक बरामद की गई है. साथ ही 2 वाहनों के फर्जी दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं.

बता दें कि आरोपी चोरी की गई लग्जरी कारों को दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से राजस्थान में फर्जी दस्तावेज बनाकर बेचान करते थे. पुलिस ने 12 से अधिक फर्जी वाहनों के चोरी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने का खुलासा किया है. इसके साथ ही आरोपियों के घर पर एक जंगली कछुआ भी बरामद किया गया है, जिसकी वन विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है.

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वाहन चोरी करने वाली गैंग का सरगना

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जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव के मुताबिक शहर में लग्जरी वाहनों को हाईटेक तरीके से चोरी की वारदातों का खुलासा करने के लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया गया था. जो एडिशनल पुलिस कमिश्नर प्रथम अजय पाल लांबा और डीसीपी क्राइम योगेश यादव के निर्देशन में गठित किया गया था. जिसका नेतृत्व सीएसटी टीम के इंस्पेक्टर लखन खटाना, सुरेंद्र यादव और सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह कर रहे थे.

जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी टीम लगातार शहर में सूचनाएं एकत्रित कर रही थी. इस दौरान सामने आया कि जयपुर में दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से चोरी के वाहन लाकर फर्जी कागजात तैयार कर बेचने का गिरोह सक्रिय है. इसके बाद अंडरकवर रहकर रेकी करते हुए पुलिस ने सूचना एकत्रित की और मुरलीपुरा इलाके में पुलिस जाब्ते के साथ आरोपी श्याम सिंह राठौड़ और विश्वकर्मा से भानु प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया.

पूछताछ में सामने आया है कि बरामद वाहन पर फर्जी नंबर लगा रखे हैं और सभी वाहन दिल्ली से चोरी हुए हैं, जिनकी एफआइआर भी दर्ज है. एक वाहन के चेसिस नंबर और इंजन नंबर भी मिटा रखे हैं. वाहन के कंप्यूटराइज की सिस्टम को लैपटॉप से हैक करके मिनटों में ही स्टार्ट कर लेते हैं और नकली रिमोट बना लेते हैं. लेकिन उसकी चाबी नहीं बना पाते हैं. जिसके कारण केवल रिमोट से ही गाड़ी को स्टार्ट करते हैं और उपयोग में लेते हैं.

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वहीं, फर्जी कागजात तैयार होने के बाद ही उन दस्तावेजों के आधार पर डुप्लीकेट चाबी बनाते हैं. आरोपियों ने फर्जी कागजात के आधार पर चोरी के वाहन जयपुर में बेचान किए हैं, जिनकी तस्दीक की जा रही है. साथ ही आरोपियों को न्यायालय में पेश कर 7 दिन का रिमांड लिया गया है.

आरोपी के घर से बरामद हुआ जंगली कछुआ

पुलिस के गिरफ्त में आए आरोपी श्याम सिंह राठौड़ के घर से एक जंगली कछुआ भी बरामद हुआ है. जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई. इसके बाद क्षेत्रीय वन अधिकारी रघुवीर सिंह ने कछुए को कब्जे में लेकर मामला दर्ज किया है और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि आरोपी के खिलाफ पहले से ही कई अपराधिक मामले भी दर्ज है और कई बार जेल भी भेजा चुका है.

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