जयपुर. प्रदेश के दोनों निगम स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर रैंक लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं. इसी क्रम में दोनों ही निगम के अधिकारी फील्ड में उतर कर सफाई व्यवस्था का जायजा लेने से लेकर कर्मचारियों की उपस्थिति और बीवीजी कंपनी के डोर टू डोर कलेक्शन पर निगरानी बरते हुए हैं.
बता दें कि खुद हेरिटेज नगर निगम आयुक्त लोक बंधु ने पहले सिविल लाइन जोन का दौरा किया था. उस वक्त एक एसआई और एक सीएसआई को चार्जशीट दी गई था. वहीं गुरुवार को सिविल लाइन जोन का दोबारा निरीक्षण किया गया. उस दौरान भी 9 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. इनमें से 8 को 17 सीसीए का नोटिस दिया गया है और 1 दिन की तनख्वाह रोकने के निर्देश दिए गए हैं.
इसके अलावा एक कर्मचारी जो काफी दिनों से अनुपस्थित चल रहा था. उसके निलंबन की कार्रवाई की गई है. स्वास्थ्य उपायुक्त आशीष कुमार ने बताया कि शुक्रवार को किशनपोल जोन में हाजिरीगाह का निरीक्षण किया. जहां 25 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए. उनके 17 सीसीए का नोटिस 1 दिन की तनख्वाह काटने का आदेश और संबंधित एसआई को चार्ज शीट देने का आदेश दिया गया है. ये सभी सफाई कर्मचारियों का काम अपनी बीटों में सफाई कार्य करना है.
चूंकि किशनपोल में कचरे के ढेर लगे रहने की लगातार शिकायत मिल रही हैं. उनका औचक निरीक्षण किया गया और जब पाया गया कि इतनी संख्या में कर्मचारी फील्ड से अनुपस्थित हैं, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए. उधर, नगर निगम के हूपर से व्यवस्थाओं को सुधारने की कोशिश की जा रही है. लंबे समय से पार्षदों की भी यही डिमांड थी कि ये हूपर पार्षद और सीएसआई की मॉनिटरिंग में वार्ड की सफाई व्यवस्था को सुधारेंगे. साथ ही निगम प्रशासन की माने तो हूपर लगाने का अंतिम उद्देश्य सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने का है. निगम के आर्थिक हितों को नुकसान पहुंचाने का नहीं.