जयपुर. राजस्थान में एक बार फिर से पुलिस मुख्यालय ने जिलों में पुलिस कर्मियों के व्यवहार और उनकी विभिन्न माफिया से साठगांठ को उजागर करने के लिए डिकॉय ऑपरेशन करना शुरू कर दिया है.
बुधवार को जयपुर, चित्तौड़गढ़, बूंदी, भरतपुर, अलवर, जोधपुर, डूंगरपुर, झुंझुनू, जालौर, भीलवाड़ा, उदयपुर, कोटा और बीकानेर जिले में पुलिस मुख्यालय की विशेष टीम द्वारा डिकॉय ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. इस दौरान अनेक तरह की अनियमितताएं पाई गईं, जिसके बाद संबंधित पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के आदेश जारी किए गए.
डीजीपी एमएल लाठर ने जीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाते हुए पुलिस महकमे की छवि को खराब करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ हल्ला बोल करते हुए डिकॉय ऑपरेशन करने के आदेश जारी किए हैं. पुलिस मुख्यालय की सतर्कता शाखा द्वारा बुधवार को डिकॉय ऑपरेशन के लिए विभिन्न टीमों का गठन किया गया और कई जिलों में डिकॉय ऑपरेशन करवाया गया.
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बता दें, डिकॉय ऑपरेशन के दौरान थानों पर पीड़ित और परिवादी के साथ व्यवहार, सुनवाई, प्राप्त रिपोर्ट पर अभियोग पंजीकरण की स्थिति, रात 8 बजे बाद शराब की दुकानों से शराब बिक्री, चौराहों और मुख्य सड़कों पर पुलिस कर्मियों द्वारा यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार और अवैध वसूली की स्थिति की चैकिंग की गई.
इस दौरान जिन थानों की प्रतिक्रिया संतोषप्रद नहीं पाई गई और जिन थाना क्षेत्रों में रात 8 बजे बाद अवैध शराब बिकती हुई पाई गई उन थानों के थाना अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए.
डिकॉय ऑपरेशन के दौरान यहां मिली अनियमितता
जयपुर के विद्याधर नगर थाने में परिवादी को अकारण 1 घंटे इंतजार करवाया गया और थाना अधिकारी के पहुंचने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. भरतपुर जिले के हलैना में परिवादी को अकारण इंतजार करवाया गया और रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की गई. अलवर जिले के रैणी में परिवादी की शिकायत दर्ज करने के लिए स्पष्ट मना कर दिया गया. जोधपुर ईस्ट के डांगियावास में परिवादी द्वारा शिकायत करने के बाद भी 3 घंटे तक परिवादी को इंतजार करवाया गया और एफआईआर दर्ज नहीं की गई.
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इसके साथ ही जयपुर के रामगढ़ मोड़ में चालान बनाने की कार्रवाई के दौरान चलाना ना काट रिश्वत राशि लेकर वाहन चालक को जाने दिया गया. उदयपुर के डबोक में अवैध रूप से गाड़ियों की चेकिंग करना पाया गया. झुंझुनू के सूरजगढ़ में रात 8 बजे बाद खुलेआम शराब बिक्री पाई गई. इसके साथ ही जालौर शहर में 7 जगह, भीलवाड़ा शहर में 8 जगह, उदयपुर शहर में 5 जगह और बीकानेर शहर में 9 जगह पर चोरी छुपे शराब बिक्री होना पाया गया. वहीं, कोटा के उद्योग नगर क्षेत्र में भी चोरी छिपे शराब बिक्री होना पाया गया.
जयपुर के 16 पुलिसकर्मियों को किया गया सस्पेंड
डिकॉय ऑपरेशन के दौरान बजरी माफिया के साथ मिलीभगत पाए जाने पर जयपुर के चाकसू और शिवदासपुरा थाने के 16 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इन तमाम पुलिसकर्मियों की बजरी के अवैध परिवहन में लगे हुए तस्करों से साठगांठ उजागर हुई है. डीजीपी एमएल लाठर और एडीजी बीजू जॉर्ज जोसेफ के सुपरविजन में डिकॉय ऑपरेशन की पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है.