जयपुर. 15वीं विधानसभा के दूसरे सत्र की सदन में हुई कार्यवाही के ब्यौरे, विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने सदन के अन्दर रखा. इस दौरान सदन में 27 जून, 2019 को ओम बिरला के लोकसभा के अध्यक्ष सर्वसम्मति से निर्वाचित किए जाने पर सदन द्वारा उन्हें बधाई दी गई. इस सत्र में विधायकों ने कुल 7292 प्रश्न सदन में लगाए, जिसमें से 7277 प्रश्न स्वीकृत किये गए. वहीं, स्वीकृत प्रश्नों में तारांकित प्रश्न 3220 और अतारांकित प्रश्न 4057 हैं. कुल 477 तारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए, जिनमें से 222 प्रश्नों पर सदन में चर्चा हुई.
इसी तरह 599 अतारांकित प्रश्न सूचीबद्ध हुए. वहीं, विधायक मदन दिलावर और भरत सिंह कुन्दनपुर की ओर से सदन में आधे घण्टे की चर्चा करवाई गई. इस सत्र के दौरान 273 स्थगन प्रस्तावों में से 64 सदस्यों को स्थगन प्रस्तावों के माध्यम से अपने विचार सदन में रखे. जिसके बाद सम्बन्धित विभागों के मंत्रियों ने 22 विषयों पर राज्य सरकार की ओर से जवाब दिए. इसके अलावा 190 विशेष उल्लेख की सूचनाएं सदन में पढ़ी गईं या पढ़ी हुई मानी गईं. जिनमें से 75 सूचनाओं के संबंध में राज्य सरकार से जानकारी प्राप्त हुई.
वहीं, प्रतिदिन शून्यकाल में विधायकों को ज्वलंत समस्याओं और विभिन्न जनहित के मुद्दे उठाने का अवसर उनके द्वारा दी गई पर्चियों के आधार पर दिया गया. पर्ची के माध्यम से उठाये गये 14 विषयों पर तत्काल राज्य सरकार द्वारा स्थिति स्पष्ट की गई. ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए 639 प्रस्तावों की सूचनाएं प्राप्त हुईं, उनमें से 284 के उत्तर राज्य सरकार से प्राप्त हो गये हैं. इनमें से 28 प्रस्ताव सदन में संबंधित मंत्री का ध्यान आकर्षित करने हेतु कार्य-सूची में सूचीबद्ध किये गये. परिवर्तित आय-व्ययक अनुमान वर्ष 2019-2020 पर सामान्य वाद-विवाद और अनुदानों की मांगों पर विचार के साथ पारित की गई, जिसमें 10 जुलाई, 2019 को आय-व्ययक अनुमान वर्ष 2019-2020 सदन में रखा गया. जिस पर 4 दिन सामान्य वाद-विवाद हुआ. जिसमें 106 विधायकों ने भाग लिया.
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बता दें, सदन में कुल 23.13 घंटे की बजट बहस हुई. विभिन्न विभागों से संबंधित 16 अनुदानों की मांगों पर सदन में चर्चा के लिए 8 दिवस नियत किये गये. सदन में वर्तमान सत्र में कुल 15 विधेयक पुन:स्थापित किये गए. वहीं, गैर सरकारी संकल्प सत्र में कुल 20 गैर-सरकारी संकल्प प्राप्त हुए, जिनमें से 19 ग्राह्य किये गये और एक अग्राह्य किया गया. जबकि, 5 गैर-सरकारी संकल्प सूचीबद्ध किये गये. सूचीबद्ध संकल्पों पर कुल 8 संशोधनों की सूचना प्राप्त हुई, उसमें से 7 ग्राह्य किये गये और एक अग्राह्य किया गया. विधायक शकुन्तला रावत, सदस्य द्वारा प्रस्तुत गैर-सरकारी संकल्प पर दिनांक 02 अगस्त, 2019 को सदन में चर्चा हुई, जिसमें 14 सदस्यों ने भाग लिया. इस संकल्प पर चर्चा अधूरी रही.
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सदन में 19 याचिकाएं विधायकों की ओर से लगाई गईं. सत्र में जनलेखा समिति के कुल 28 प्रतिवेदन सदन में रखे गए. इसके अलावा राज्य में किसानों के कर्जे, पेयजल और बिजली की स्थिति पर 28 जून, 2019 को सदन में विचार किया गया, जिसमें 22 माननीय सदस्यों ने भाग लिया. वहीं, कुल 04 घण्टे 29 मिनिट का समय लिया गया. इसके अलावा राज्य में पेयजल की स्थिति पर दिनांक 8 जुलाई, 2019 को सदन में विचार किया गया, जिसमें 52 विधायकों ने भाग लिया. इसमें कुल 5 घण्टे 27 मिनिट का समय लिया गया. राज्य में बिजली की स्थिति पर दिनांक 9 जुलाई, 2019 को सदन में विचार हुआ, जिसमें 50 माननीय सदस्यों ने भाग लिया, इसमें कुल 6 घण्टे 17 मिनिट का समय लिया गया.