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विदेश में फंसे प्रवासी राजस्थानी वंदे मातरम मिशन के तहत पहुंचे जयपुर, लंदन से आए 148 प्रवासी - Jaipur Airport

विदेशों में फंसे प्रवासी राजस्थानियों को वंदे मातरम मिशन के तहत शुक्रवार को जयपुर लाया गया. जयपुर एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई और उसके बाद उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर पहुंचाया गया. बता दें कि 1 जून तक कुल 13 विमानों से विदेशों में बसे प्रवासियों को लेकर जयपुर पहुंचेगी, जिनमें करीब 2000 प्रवासी राजस्थानियों को जयपुर लाया जाएगा.

जयपुर एयरपोर्ट,  वंदे मातरम मिशन,Vande Mataram Mission,  Jaipur Airport
लंदन से आए 148 प्रवासी
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Published : May 22, 2020, 8:55 PM IST

जयपुर. विदेशों में फंसे प्रवासी राजस्थानी वंदे मातरम मिशन के तहत शुक्रवार को जयपुर पहुंचे. बता दें कि शुक्रवार को पहली फ्लाइट लंदन से करीब 148 यात्रियों को लेकर जयपुर एयरपोर्ट पहुंची. जयपुर एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई. इसके बाद सुरक्षा के बीच उन्हें बसों में बैठाकर क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर पहुंचाया गया.

लंदन से आए 148 प्रवासी

बता दें कि यात्रियों को 20-20 के ग्रुप में रखते हुए थर्मल स्क्रीनिंग और अन्य जांच की गई. यात्रियों के सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म के आधार पर उनका मेडिकल चेकअप किया गया. सभी यात्रियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाया गया. कस्टम क्लीयरेंस होने के बाद सीआईएसएफ अधिकारियो ने यात्रियों को 20-20 ग्रुप में पुलिस को सौंपा. इसके बाद 20-20 के ग्रुप में यात्रियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर्स पर पहुंचाया गया.

पढ़ें- गहलोत सरकार ने कोटा में फंसे बच्चों को यूपी की सीमा तक भेजने के बदले यूपी सरकार को भेजा 36 लाख का बिल

इस दौरान एयरपोर्ट पर पुलिस का भारी जाब्ता मौजूद रहा. साथ ही पुलिस और एयरपोर्ट प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे. हालांकि प्रवासी यात्रियों के पास किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी गई. पुलिस सुरक्षा के घेरे में ही उन्हें बसों में बैठाकर क्वॉरेंटाइन सेंटर पर पहुंचाया गया, जहां उन्हें 14 दिनों तक रखा जाएगा.

जयपुर एयरपोर्ट,  वंदे मातरम मिशन,Vande Mataram Mission,  Jaipur Airport
विदेश में फंसे प्रवासी राजस्थानी

सांसद बोहरा ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा

जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा भी शुक्रवार को जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे. उन्होंने सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों से बातचीत कर सभी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग के लिए निर्देश दिया. बता दें कि 1 जून तक कुल 13 फ्लाइट्स विदेशों में बसे प्रवासियों को लेकर जयपुर पहुंचेगी, जिनमें करीब 2000 प्रवासी राजस्थानियों को जयपुर लाया जाएगा.

जानकारी के अनुसार ब्रिटेन, कनाडा, रूस, कजाकिस्तान, फिलीपींस, किर्गिस्तान, जॉर्जिया जैसे देशों से प्रवासी राजस्थानी जयपुर पहुंचेंगे. जिन यात्रियों में कोरोना वायरस के संभावित लक्षण दिखाई देंगे, उन्हें तुरंत ही अलग करते हुए डेडिकेटेड कोविड-19 केयर सेंटर ले जाया जाएगा.

जयपुर एयरपोर्ट,  वंदे मातरम मिशन,Vande Mataram Mission,  Jaipur Airport
वंदे मातरम मिशन के तहत पहुंचे जयपुर

जयपुर एयरपोर्ट के सीनियर कमांडेंट वाईपी सिंह के मुताबिक वंदे मातरम मिशन के तहत जयपुर आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की गई और उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने के लिए कई विभागों की टीम बनाई गई है. जिला प्रशासन के अधिकारी इनकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. 14 दिनों की अवधि पूरा करने के बाद यात्रियों को घर पर 14 दिन के अतिरिक्त सेल्फ ऑब्जरवेशन में रहना होगा.

'एयरपोर्ट को बार-बार सेनेटाइज किया जा रहा'

वाईपी सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट पर सोशल डिस्टेंस को बनाए रखने के लिए व्यवस्था की गई है, साथ ही एयरपोर्ट को बार-बार सैनिटाइज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हवाई किराया और होटल से लेकर सारा खर्चा यात्रियों को वहन करना होगा. एयरपोर्ट पर यात्रियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने होंगे, जिन यात्रियों में कोरोना के लक्षण नहीं होंगे उनको एमिग्रेशन क्लीयरेंस कराया जाएगा.

टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जा सकेंगे घर

सीनियर कमांडेंट के मुताबिक यात्रियों के पासपोर्ट सीआईएसएफ के एक अधिकारी के पास रहेगा. इमीग्रेशन क्लीयरेंस के बाद यात्रियों को लगेज कलेक्शन के लिए ले जाया जाएगा. इसके बाद यात्रियों को कस्टम क्लीयरेंस लेना होगा, फिर 20-20 के ग्रुप में यात्रियों को पुलिस को सौंपा जाएगा. राज्य सरकार के तीन श्रेणियां मीडियम और हाई श्रेणी के लिए चयनित किए गए हैं. यात्रियों को जिन होटलों में ठहराया जा रहा है, उनका किराया भी उन्हीं को चुकाना होगा. साथ ही अंतिम दिन कोरोना टेस्ट कराया जाएगा, जिसका भुगतान भी यात्री करेगा. टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही यात्री घर लौट सकेंगे.

जयपुर. विदेशों में फंसे प्रवासी राजस्थानी वंदे मातरम मिशन के तहत शुक्रवार को जयपुर पहुंचे. बता दें कि शुक्रवार को पहली फ्लाइट लंदन से करीब 148 यात्रियों को लेकर जयपुर एयरपोर्ट पहुंची. जयपुर एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई. इसके बाद सुरक्षा के बीच उन्हें बसों में बैठाकर क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर पहुंचाया गया.

लंदन से आए 148 प्रवासी

बता दें कि यात्रियों को 20-20 के ग्रुप में रखते हुए थर्मल स्क्रीनिंग और अन्य जांच की गई. यात्रियों के सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म के आधार पर उनका मेडिकल चेकअप किया गया. सभी यात्रियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाया गया. कस्टम क्लीयरेंस होने के बाद सीआईएसएफ अधिकारियो ने यात्रियों को 20-20 ग्रुप में पुलिस को सौंपा. इसके बाद 20-20 के ग्रुप में यात्रियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर्स पर पहुंचाया गया.

पढ़ें- गहलोत सरकार ने कोटा में फंसे बच्चों को यूपी की सीमा तक भेजने के बदले यूपी सरकार को भेजा 36 लाख का बिल

इस दौरान एयरपोर्ट पर पुलिस का भारी जाब्ता मौजूद रहा. साथ ही पुलिस और एयरपोर्ट प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे. हालांकि प्रवासी यात्रियों के पास किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी गई. पुलिस सुरक्षा के घेरे में ही उन्हें बसों में बैठाकर क्वॉरेंटाइन सेंटर पर पहुंचाया गया, जहां उन्हें 14 दिनों तक रखा जाएगा.

जयपुर एयरपोर्ट,  वंदे मातरम मिशन,Vande Mataram Mission,  Jaipur Airport
विदेश में फंसे प्रवासी राजस्थानी

सांसद बोहरा ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा

जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा भी शुक्रवार को जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे. उन्होंने सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों से बातचीत कर सभी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग के लिए निर्देश दिया. बता दें कि 1 जून तक कुल 13 फ्लाइट्स विदेशों में बसे प्रवासियों को लेकर जयपुर पहुंचेगी, जिनमें करीब 2000 प्रवासी राजस्थानियों को जयपुर लाया जाएगा.

जानकारी के अनुसार ब्रिटेन, कनाडा, रूस, कजाकिस्तान, फिलीपींस, किर्गिस्तान, जॉर्जिया जैसे देशों से प्रवासी राजस्थानी जयपुर पहुंचेंगे. जिन यात्रियों में कोरोना वायरस के संभावित लक्षण दिखाई देंगे, उन्हें तुरंत ही अलग करते हुए डेडिकेटेड कोविड-19 केयर सेंटर ले जाया जाएगा.

जयपुर एयरपोर्ट,  वंदे मातरम मिशन,Vande Mataram Mission,  Jaipur Airport
वंदे मातरम मिशन के तहत पहुंचे जयपुर

जयपुर एयरपोर्ट के सीनियर कमांडेंट वाईपी सिंह के मुताबिक वंदे मातरम मिशन के तहत जयपुर आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की गई और उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने के लिए कई विभागों की टीम बनाई गई है. जिला प्रशासन के अधिकारी इनकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. 14 दिनों की अवधि पूरा करने के बाद यात्रियों को घर पर 14 दिन के अतिरिक्त सेल्फ ऑब्जरवेशन में रहना होगा.

'एयरपोर्ट को बार-बार सेनेटाइज किया जा रहा'

वाईपी सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट पर सोशल डिस्टेंस को बनाए रखने के लिए व्यवस्था की गई है, साथ ही एयरपोर्ट को बार-बार सैनिटाइज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हवाई किराया और होटल से लेकर सारा खर्चा यात्रियों को वहन करना होगा. एयरपोर्ट पर यात्रियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने होंगे, जिन यात्रियों में कोरोना के लक्षण नहीं होंगे उनको एमिग्रेशन क्लीयरेंस कराया जाएगा.

टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जा सकेंगे घर

सीनियर कमांडेंट के मुताबिक यात्रियों के पासपोर्ट सीआईएसएफ के एक अधिकारी के पास रहेगा. इमीग्रेशन क्लीयरेंस के बाद यात्रियों को लगेज कलेक्शन के लिए ले जाया जाएगा. इसके बाद यात्रियों को कस्टम क्लीयरेंस लेना होगा, फिर 20-20 के ग्रुप में यात्रियों को पुलिस को सौंपा जाएगा. राज्य सरकार के तीन श्रेणियां मीडियम और हाई श्रेणी के लिए चयनित किए गए हैं. यात्रियों को जिन होटलों में ठहराया जा रहा है, उनका किराया भी उन्हीं को चुकाना होगा. साथ ही अंतिम दिन कोरोना टेस्ट कराया जाएगा, जिसका भुगतान भी यात्री करेगा. टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही यात्री घर लौट सकेंगे.

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