जयपुर. राजस्थान में मंगलवार को कोविड-19 संक्रमण के 16 हजार 80 नए मामले देखने को मिले हैं और 169 मरीजों की मौत भी दर्ज की गई है. जिसके बाद प्रदेश में कुल संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 7 लाख 89 हजार 274 पहुंच गया है तो वहीं 5 हजार 994 कुल मरीज इस बीमारी से दम तोड़ चुके हैं. प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 205730 पहुंच गई है. जयपुर, जोधपुर और उदयपुर से संक्रमण के सबसे अधिक मामले देखने को मिले हैं. राजधानी जयपुर में सर्वाधिक मरीजों की मौत दर्ज की गई है.
इस संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार प्रयास कर रही है. कई जिलों के अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है तो कई अस्पतालों को अधिग्रहण कर उन्हें कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित किया जा रहा है. कई जगहों पर संसाधनों में कमी की खबरें सामने आ रही हैं.
कोरोना संक्रमण से पीड़ितों के लिए इस समय ऑक्सीजन बेड, आईसीयू, वैंटिलेर्टर्स की स्थिति जानना बहुत जरूरी है. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं प्रदेश सरकार के पास इस महामारी से निपटने के क्या-क्या संसाधन उपलब्ध हैं. कहां कितने आईसीयू बेड खाली हैं. कहां कितने ऑक्सीजन बेड और वेंटिलेटर्स खाली हैं.
राज्य के प्रमुख शहरों में उपलब्ध चिकित्सा सुविधाएं
प्रमुख शहर | सामान्य बेड | ऑक्सीजन बेड | आईसीयू बेड | वेंटिलेटर्स |
अजमेर | 111 | 04 | 01 | 00 |
जयपुर | 1002 | 117 | 18 | 01 |
जोधपुर | 185 | 58 | 19 | 03 |
उदयपुर | 1167 | 76 | 06 | 01 |
बीकानेर | 337 | 162 | 23 | 09 |
भरतपुर | 30 | 41 | 12 | 03 |
कोटा | 271 | 04 | 00 | 00 |
इन पांच जिलों में खाली नहीं एक भी बेड
राजस्थान के पांच जिलों बारां, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू और दौसा जिले में एक भी ऑक्सीजन बेड खाली नहीं है. वहीं बारां, भीलवाड़ा, बूंदी, चूरू, दौसा, धौलपुर, झालावाड़, कोटा, राजसमंद, सिरोही और टोंक में एक भी आईसीयू उपलब्ध नहीं है. इसके अलावा वेंटिलेटर्स की भी भारी कमी जिलों में चल रही है. अजमेर, बारां, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, डूंगरपुर, गंगानगर, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, टोंक जिले में एक वेंटिलेर खाली उपलब्ध नहीं है.
24 घंटे में जयपुर में रिकॉर्ड मौतें
बीते 24 घंटों में राजस्थान में जहां 169 मरीजों की मौत हुई. जयपुर में 57 मौतें, उदयपुर में 14, जोधपुर में 18, बाड़मेर और बीकानेर में 8-8 मौतें दर्ज की गई हैं. अलवर, भरतपुर और कोटा में 7-7 मौतें दर्ज हुई हैं.