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वुल्फ ब्रीडिंग में जयपुर अव्वल, नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में भेड़िए के 10 बच्चे जन्म लिए - शावक पैदा हुए

वुल्फ ब्रीडिंग में जयपुर का पूरे देश में अव्वल स्थान बन गया है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में भेड़िए के जोड़े से 10 शावक पैदा हुए हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में अब 21 भेड़िए हो चुके हैं.

nahargarh biological park
वुल्फ ब्रीडिंग में जयपुर अव्वल
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Published : Jan 28, 2021, 11:02 PM IST

जयपुर. वुल्फ ब्रीडिंग में जयपुर का पूरे देश में अव्वल स्थान बन गया है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में भेड़िए के जोड़े से 10 शावक पैदा हुए हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में अब 21 भेड़िए हो चुके हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में देश में सबसे ज्यादा वुल्फ यानी भेड़िए हो चुके हैं. देश के किसी भी चिड़ियाघर में इतनी संख्या में भेड़िए नहीं है. देश के विभिन्न चिड़ियाघरों में भेड़ियां की काफी डिमांड है. भेड़िए के बदले देश के विभिन्न चिड़ियाघरों से बिग केट्स आसानी से मिल जाते हैं. एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत भेड़िए के बदले जयपुर में कई टाइगर, लॉयन और हिप्पो लाए जा चुके हैं.

वुल्फ ब्रीडिंग में जयपुर अव्वल

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक नाहरगढ़ जैविक उद्यान के रेस्क्यू सेंटर में भेड़िए के जोड़े ने 10 बच्चों को जन्म दिया है. सभी बच्चे पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं. 2 माह पहले भालू ने भी बच्चे को जन्म दिया था, जिसको पर्यटकों के लिए 1 फरवरी से एंक्लोजर में बाहर छोड़ा जाएगा. एग्जॉटिक पार्क में मादा हिप्पो और उसके नन्हे बच्चे को नर हिप्पो के साथ पर्यटकों के लिए बाहर छोड़ा जाएगा.

वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉक्टर अरविंद माथुर ने बताया कि नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वुल्फ का सफल ब्रीडिंग हुआ है. इस साल वुल्फ के 10 बच्चे हुए हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 21 वुल्फ हो चुके हैं. यह नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के लिए बड़ी गर्व की बात है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में इंडिया में सबसे ज्यादा वुल्फ है. जयपुर चिड़ियाघर में सबसे पहले वर्ष 2010 में वुल्फ ब्रीडिंग का प्रोग्राम शुरू किया गया था, जिसके बाद से ही जयपुर में वुल्फ का काफी सफल ब्रीडिंग हो रहा है.

यह भी पढ़ें- एक साल पहले हुआ था बहरोड़ लॉकअप कांड, राजस्थान पुलिस की हुई थी काफी किरकिरी

वुल्फ के बदले काफी एनिमल्स देश के अन्य चिड़ियाघरों से प्राप्त हुए हैं. एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत वुल्फ के बदले जयपुर में कई टाइगर, लॉयन, लेपर्डस, हिप्पो और डियर लाए जा चुके हैं. देश के विभिन्न चिड़ियाघरों में वुल्फ की काफी डिमांड है. भोपाल चिड़ियाघर, दिल्ली चिड़ियाघर, शकरबाग चिड़ियाघर, जोधपुर चिड़ियाघर, उदयपुर चिड़ियाघर और बैंगलोर से वुल्फ के बदले काफी वन्यजीव लाए जा चुके हैं. जयपुर में वुल्फ की सफल बिल्डिंग होने के साथ उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में भी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में टाइगर, लॉयन और अन्य प्रजातियों के वन्यजीव देश के विभिन्न चिड़ियाघरों से मिलेंगे. आने वाले समय में कई वन्यजीव वुल्फ के बदले लाए जाएंगे.

जयपुर. वुल्फ ब्रीडिंग में जयपुर का पूरे देश में अव्वल स्थान बन गया है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में भेड़िए के जोड़े से 10 शावक पैदा हुए हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में अब 21 भेड़िए हो चुके हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में देश में सबसे ज्यादा वुल्फ यानी भेड़िए हो चुके हैं. देश के किसी भी चिड़ियाघर में इतनी संख्या में भेड़िए नहीं है. देश के विभिन्न चिड़ियाघरों में भेड़ियां की काफी डिमांड है. भेड़िए के बदले देश के विभिन्न चिड़ियाघरों से बिग केट्स आसानी से मिल जाते हैं. एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत भेड़िए के बदले जयपुर में कई टाइगर, लॉयन और हिप्पो लाए जा चुके हैं.

वुल्फ ब्रीडिंग में जयपुर अव्वल

नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के एसीएफ जगदीश गुप्ता के मुताबिक नाहरगढ़ जैविक उद्यान के रेस्क्यू सेंटर में भेड़िए के जोड़े ने 10 बच्चों को जन्म दिया है. सभी बच्चे पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं. 2 माह पहले भालू ने भी बच्चे को जन्म दिया था, जिसको पर्यटकों के लिए 1 फरवरी से एंक्लोजर में बाहर छोड़ा जाएगा. एग्जॉटिक पार्क में मादा हिप्पो और उसके नन्हे बच्चे को नर हिप्पो के साथ पर्यटकों के लिए बाहर छोड़ा जाएगा.

वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉक्टर अरविंद माथुर ने बताया कि नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वुल्फ का सफल ब्रीडिंग हुआ है. इस साल वुल्फ के 10 बच्चे हुए हैं. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में 21 वुल्फ हो चुके हैं. यह नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के लिए बड़ी गर्व की बात है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में इंडिया में सबसे ज्यादा वुल्फ है. जयपुर चिड़ियाघर में सबसे पहले वर्ष 2010 में वुल्फ ब्रीडिंग का प्रोग्राम शुरू किया गया था, जिसके बाद से ही जयपुर में वुल्फ का काफी सफल ब्रीडिंग हो रहा है.

यह भी पढ़ें- एक साल पहले हुआ था बहरोड़ लॉकअप कांड, राजस्थान पुलिस की हुई थी काफी किरकिरी

वुल्फ के बदले काफी एनिमल्स देश के अन्य चिड़ियाघरों से प्राप्त हुए हैं. एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत वुल्फ के बदले जयपुर में कई टाइगर, लॉयन, लेपर्डस, हिप्पो और डियर लाए जा चुके हैं. देश के विभिन्न चिड़ियाघरों में वुल्फ की काफी डिमांड है. भोपाल चिड़ियाघर, दिल्ली चिड़ियाघर, शकरबाग चिड़ियाघर, जोधपुर चिड़ियाघर, उदयपुर चिड़ियाघर और बैंगलोर से वुल्फ के बदले काफी वन्यजीव लाए जा चुके हैं. जयपुर में वुल्फ की सफल बिल्डिंग होने के साथ उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में भी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में टाइगर, लॉयन और अन्य प्रजातियों के वन्यजीव देश के विभिन्न चिड़ियाघरों से मिलेंगे. आने वाले समय में कई वन्यजीव वुल्फ के बदले लाए जाएंगे.

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