जयपुर. प्रदेश के युवा बेरोजगारों ने राज्य सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है. बेरोजगार कांग्रेस सरकार के खिलाफ 24 नवंबर को दिल्ली कूच करेंगे. साथ ही प्रदेश में आगामी जिला परिषद, पंचायत समिति चुनाव और विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है. नर्सिंग भर्ती 2013, पंचायती राज एलडीसी भर्ती 2013, रीट शिक्षक भर्ती 2020 जैसी सैकड़ों लंबित भर्तियों को जल्द से जल्द कराकर बेरोजगारों को राहत देने की मांग को लेकर प्रदेश के 10 हजार युवा बेरोजगार 24 नवंबर को दिल्ली कूच करेंगे.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने बताया कि प्रदेश के अधिकारी-मंत्री तानाशाही और लापरवाही कर रहे हैं, जिससे बेरोजगारों में आक्रोश है. यदि सरकार 23 नवंबर तक बेरोजगारों की मांगों को नहीं मानती, तो 24 नवंबर को बेरोजगार दिल्ली कूच करेंगे और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व का घेराव करेंगे. उपेन ने बताया कि लंबित भर्तियों कराने के साथ-साथ राज्य सरकार भर्तियों में बाहरी राज्यों का कोटा खत्म करें, बेरोजगार आयोग बनाया जाए, साथ ही 7000 विद्यार्थी मित्रों को भी नियमित करें.
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उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नए पद सृजित करने की बजाय भर्तियों में पदों की संख्या घटा रही है. इसे लेकर बेरोजगार अब सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं, जिसकी शुरुआत 24 नवंबर को दिल्ली कूच से की जाएगी. इसके साथ ही बेरोजगारों ने जिला परिषद, पंचायत समिति चुनाव और विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस का बहिष्कार करने और आम जनता से कांग्रेस को वोट नहीं देने की अपील करने की भी शपथ ली है.