बीकानेर. सरकारी स्कूलों की जर्जर हालातों को लेकर कई मामले सामने आते हैं. ऐसा ही एक मामला बीकानेर में भी शुक्रवार को सामने आया और एक जर्जर स्कूल दीवार ढ़ह गई. हालांकि गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ. दरअसल गर्मियों की छुट्टियां और कोरोना के चलते स्कूलों के बन्द होने से बड़ा हादसा टल गया.
इस स्कूल में करीब तीन सौ बच्चे दो अलग-अलग पारियों में पढ़ते हैं. मुख्य सड़क पर होने के चलते दिनभर लोग गुजरते रहते हैं, लेकिन कोरोना के चलते लॉकडाउन होने और बीकानेर में आखातीज के मौके पर लोगों के पतंगबाजी में छतों पर व्यस्त होने के चलते दीवार गिरने के दौरान लोगों की आवाजाही नहीं होने से हादसा टल गया. दरअसल दफ्तरी चौक स्थित जर्जर स्कूल को खाली करने को लेकर भवन मालिक और शिक्षा विभाग के बीच न्यायालय में लंबे अर्से तक चले मामले के बाद न्यायालय ने भवन मालिक के पक्ष में फैसला दे दिया.
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साथ ही स्कूल को अन्यत्र शिफ्ट करने और खाली करने के आदेश भी दिए, लेकिन कोरोना के चलते विभाग ने अभी तक इसे खाली नहीं किया है. शुक्रवार को जिस वक्त स्कूल की दीवार गिरी, उस वक्त एक व्यक्ति वहां से गुजर रहा था, लेकिन वह बाल-बाल बच गया. वहीं मोहल्ले वालों का कहना है कि स्कूल भवन जर्जर है और इसे अन्यत्र शिफ्ट किया जाना चाहिए, लेकिन शिक्षा विभाग को इसके आसपास के क्षेत्र में ही स्कूल को शिफ्ट करना होगा क्योंकि स्कूल में आसपास के मोहल्लों के बच्चे पढ़ते हैं और उनका दूर जाना संभव नहीं है.