बीकानेर. शहर में नकली अंग्रेजी शराब बनाने और बेचने का गोरख धंधा जोरों से चल रहा है. हैरत की बात ये है कि आबकारी विभाग की ओर से लाइसेंस प्राप्त शराब की दुकान वाले नकली शराब बनाने के गोरखधंधे में लगे हैं. जिसकी शिकायत मिलने पर आबकारी विभाग ने शराब की दुकानों से शराब के नमूने इकट्ठे किए और कई दुकानों के लाइसेंस रद्द किए हैं.
बता दें कि शराब का कारोबार करने वाले कई दुकानदारों ने मुनाफा कमाने के लिए शराब में मिलावट कर बेच रहे हैं और खरीदारों को इसका पता भी नहीं चल पाता कि वो जिस शराब के लिए पैसे दे रहे हैं वो असली है या नकली. अवैध शराब का कारोबार करने वाले देसी और अंग्रेजी शराब की कंपनियों की बोतल के क्वाटर पर ब्रांडेड शराब के लेबल और ढक्कन लगाकर उसमें नकली शराब भरकर उपभोक्ताओं को बेच रहे हैं.
अवैध शराब के इस काले कारोबार में आबकारी विभाग के लाइसेंस धारी दुकानदार ब्रांडेड शराब की हुबहू नकली बोतल और ब्रांड का लेवल और ढक्कन लगा होने के चलते खरीदारों को पता ही नहीं चलता की बोतल में बंद शराब असली है या नकली. आबकारी विभाग की ओर से अलग-अलग शराब की दुकानों से पकड़ी गई अवैध शराब की प्रयोगशाला में जांच करवाने पर साबित भी हो गया कि नकली को असली बताकर बेचा जा रहा है.
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आबकारी विभाग ने ऐसा करने वाले दुकानदारों के लाइसेंस भी निरस्त किए हैं. जिला आबकारी अधिकारी ने बताया राज्य में शीघ्र ही नई आबकारी नीति में ट्रेक एंड ट्रेस प्रणाली चालू की है जिसके चलते नकली शराब बेचना संभव नहीं होगा. अंग्रेजी शराब के बोतल अध्धी, पव्वे पर बारकोड होगा. जिसे मोबाइल के जरिए स्कैन किया जा सकेगा. इससे पता चल जाएगा कि शराब कब कहां और कौन सी जगह बेची जानी है.