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2052 तक बढ़ती जनसंख्या के बाद भी बीकानेर में नहीं रहेगी पानी की किल्लत, 614 करोड़ आएगी प्रोजेक्ट की लागत - Drinking water project at Rs 614 crore in Bikaner

बढ़ती आबादी के बीच पीने के पानी का संकट गहराता जा रहा है. हालांकि सरकारी स्तर पर आमजन को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. इसी के तहत बीकानेर में आगामी 30 सालों तक बढ़ने वाली जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए 614 करोड़ रुपए की योजना स्वीकृत की गई है. इसके मूर्त होने के बाद 2052 तक पेयजल की कमी नहीं (Plan for drinking water till year 2052 in Bikaner) रहेगी.

Plan for drinking water till year 2052 in Bikaner even if population growth till the same time
2052 तक बढ़ती जनसंख्या के बाद भी बीकानेर में नहीं रहेगी पानी की किल्लत, 614 करोड़ आएगी प्रोजेक्ट की लागत
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Published : Jun 25, 2022, 10:09 PM IST

बीकानेर. शहर में आने वाले 30 सालों यानी कि 2052 तक की बढ़ती हुई आबादी को ध्यान में रखते हुए पेयजल की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए जलदाय विभाग की ओर से 614 करोड़ रुपए की योजना स्वीकृत की गई है. इस योजना के धरातल पर आने के बाद बीकानेर में जनसंख्या के अनुपात में पेयजल की दिक्कत नहीं (Drinking water project at Rs 614 crore in Bikaner) होगी.

बीकानेर पश्चिम से विधायक और तत्कालीन जलदाय मंत्री बीडी कल्ला के कार्यकाल में इस योजना की रूपरेखा को अमलीजामा पहनाया गया और अब इस योजना की तकनीकी और वित्तीय स्वीकृति के बाद इस पर काम शुरू होगा. जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि इस योजना के तहत बीकानेर में दो रिजर्व वायर बनाए जाएंगे और तकरीबन 6500 एमएलडी इन रिजर्व वायर के साथ ही शहर की आंतरिक व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण का कार्य भी किया जाएगा.

पढ़ें: Water Crisis in Bikaner: बीकानेर में पेयजल की किल्लत, निजी टैंकरों और छोटी टंकियों से सप्लाई किया जा रहा पानी

नहर बंदी में भी नहीं होगी दिक्कत: जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि हर साल नहर बंदी के चलते तकरीबन डेढ़ से दो महीने तक पेयजल की दिक्कत होती है. इस प्रोजेक्ट के धरातल पर आने के बाद यह दिक्कत भी खत्म हो जाएगी. बीकानेर में वर्तमान में दो रिजर्व वायर पहले से हैं और दो नए बनने के बाद नहर बंदी से पेयजल की बाधित आपूर्ति से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इसके अलावा योजना के तहत 1600 मीटर कैनाल की लंबाई का कार्य किया जाएगा साथ ही 30 एमएलडी के दो नए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित होंगे. इसके अलावा मौजूदा हेड वर्क का भी सुदृढ़ीकरण किया जाएगा. इसके अलावा घर-घर कनेक्शन को लेकर काम होगा. 15 नई टंकियों का भी निर्माण कराया जाएगा.

बीकानेर. शहर में आने वाले 30 सालों यानी कि 2052 तक की बढ़ती हुई आबादी को ध्यान में रखते हुए पेयजल की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए जलदाय विभाग की ओर से 614 करोड़ रुपए की योजना स्वीकृत की गई है. इस योजना के धरातल पर आने के बाद बीकानेर में जनसंख्या के अनुपात में पेयजल की दिक्कत नहीं (Drinking water project at Rs 614 crore in Bikaner) होगी.

बीकानेर पश्चिम से विधायक और तत्कालीन जलदाय मंत्री बीडी कल्ला के कार्यकाल में इस योजना की रूपरेखा को अमलीजामा पहनाया गया और अब इस योजना की तकनीकी और वित्तीय स्वीकृति के बाद इस पर काम शुरू होगा. जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि इस योजना के तहत बीकानेर में दो रिजर्व वायर बनाए जाएंगे और तकरीबन 6500 एमएलडी इन रिजर्व वायर के साथ ही शहर की आंतरिक व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण का कार्य भी किया जाएगा.

पढ़ें: Water Crisis in Bikaner: बीकानेर में पेयजल की किल्लत, निजी टैंकरों और छोटी टंकियों से सप्लाई किया जा रहा पानी

नहर बंदी में भी नहीं होगी दिक्कत: जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि हर साल नहर बंदी के चलते तकरीबन डेढ़ से दो महीने तक पेयजल की दिक्कत होती है. इस प्रोजेक्ट के धरातल पर आने के बाद यह दिक्कत भी खत्म हो जाएगी. बीकानेर में वर्तमान में दो रिजर्व वायर पहले से हैं और दो नए बनने के बाद नहर बंदी से पेयजल की बाधित आपूर्ति से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इसके अलावा योजना के तहत 1600 मीटर कैनाल की लंबाई का कार्य किया जाएगा साथ ही 30 एमएलडी के दो नए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित होंगे. इसके अलावा मौजूदा हेड वर्क का भी सुदृढ़ीकरण किया जाएगा. इसके अलावा घर-घर कनेक्शन को लेकर काम होगा. 15 नई टंकियों का भी निर्माण कराया जाएगा.

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