बीकानेर. शहर में आने वाले 30 सालों यानी कि 2052 तक की बढ़ती हुई आबादी को ध्यान में रखते हुए पेयजल की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए जलदाय विभाग की ओर से 614 करोड़ रुपए की योजना स्वीकृत की गई है. इस योजना के धरातल पर आने के बाद बीकानेर में जनसंख्या के अनुपात में पेयजल की दिक्कत नहीं (Drinking water project at Rs 614 crore in Bikaner) होगी.
बीकानेर पश्चिम से विधायक और तत्कालीन जलदाय मंत्री बीडी कल्ला के कार्यकाल में इस योजना की रूपरेखा को अमलीजामा पहनाया गया और अब इस योजना की तकनीकी और वित्तीय स्वीकृति के बाद इस पर काम शुरू होगा. जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि इस योजना के तहत बीकानेर में दो रिजर्व वायर बनाए जाएंगे और तकरीबन 6500 एमएलडी इन रिजर्व वायर के साथ ही शहर की आंतरिक व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण का कार्य भी किया जाएगा.
नहर बंदी में भी नहीं होगी दिक्कत: जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय शर्मा ने बताया कि हर साल नहर बंदी के चलते तकरीबन डेढ़ से दो महीने तक पेयजल की दिक्कत होती है. इस प्रोजेक्ट के धरातल पर आने के बाद यह दिक्कत भी खत्म हो जाएगी. बीकानेर में वर्तमान में दो रिजर्व वायर पहले से हैं और दो नए बनने के बाद नहर बंदी से पेयजल की बाधित आपूर्ति से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इसके अलावा योजना के तहत 1600 मीटर कैनाल की लंबाई का कार्य किया जाएगा साथ ही 30 एमएलडी के दो नए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित होंगे. इसके अलावा मौजूदा हेड वर्क का भी सुदृढ़ीकरण किया जाएगा. इसके अलावा घर-घर कनेक्शन को लेकर काम होगा. 15 नई टंकियों का भी निर्माण कराया जाएगा.