बीकानेर. लगातार 25 सालों से बीकानेर में आयोजित हो रहे अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव यानी कि कैमल फेस्टिवल के आयोजन को लेकर एक बार फिर सरगर्मियां शुरू हो गई हैं. इस संबंध में सरकार को पत्र लिखकर आयोजन की स्वीकृति मांगी गई है. इस साल 7 से 9 जनवरी तक कैमल फेस्टिवल का आयोजन होना था.
दरअसल, साल 2021 में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते कैमल फेस्टिवल का आयोजन नहीं किया गया था. इस साल भी कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के बाद कैमल फेस्टिवल को निरस्त कर दिया गया. पिछले कुछ सालों से लगातार दो दिन के कैमल फेस्टिवल को इस साल एक दिन के लिए बढ़ाया गया. लेकिन ऐन वक्त पर कोरोना की तीसरी लहर के चलते इसे स्थगित कर दिया गया. अब फिर से स्थिति सामान्य होने के बाद संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन ने कैमल फेस्टिवल को आयोजित करने के लिए पर्यटन विभाग को पत्र लिखा है. इसमें दो दिन के आयोजन की बात कही गई है.
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कैमल फेस्टिवल के दौरान कई तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाता है. कैमल फेस्टिवल के चलते बीकानेर की पहचान देश और दुनिया में है. हालांकि, एक बार फिर कैमल फेस्टिवल को निर्धारित समय से 2 माह बाद आयोजित करने को लेकर कार्य योजना बनाई जा रही है. बताया जा रहा है कि इसे मार्च के प्रथम सप्ताह (Camel Festival possible dates in March) या फिर फरवरी के अंतिम सप्ताह में आयोजित करने को लेकर कवायद शुरू हुई है.
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गर्मी बढ़ने से आयोजन पर सवाल : कैमल फेस्टिवल को अमूमन जनवरी के प्रथम सप्ताह में आयोजित किया जाता है. इस दौरान बीकानेर में सर्दी का मौसम रहता है और पर्यटकों के लिए यह मौसम पूरी तरह से अनुकूल होता है. अब इसे फरवरी के अंतिम सप्ताह और मार्च के प्रथम सप्ताह में आयोजित करने का विचार है. ऐसे में पर्यटकों को गर्मी की मार झेलनी पड़ सकती है.
बीकानेर में मौसम बदलने के साथ ही गर्मी ने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है. दिन में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया जा रहा है. ऐसे में आने वाले दिनों में तापमान में और बढ़ोतरी होगी और गर्मी में कैमल फेस्टिवल के आयोजन से इसकी सफलता को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि, अभी फेस्टिवल की स्वीकृति नहीं मिली है.