बीकानेर. विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान चर्चा में बीकानेर के लूणकरणसर से विधायक सुमित गोदारा ने बीकानेर जिले की चिकित्सा सड़क और रेलवे फाटक की समस्याओं को लेकर सदन में अपनी बात रखी और बीकानेर की समस्याओं को लेकर सरकार का ध्यान खींचा. बजट सत्र के दौरान बोलते हुए विधायक सुमित गोदारा ने कहा कि कोरोना काल में मुख्यमंत्री का ध्यान पूरी तरह से कोरोना पर रहा पर एकबार भी मुख्यमंत्री जयपुर से बाहर नहीं निकले.
पढ़ें: डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए ईटीवी भारत को मिला अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार
उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बने ढाई साल हो गए. लेकिन एक बार भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बीकानेर में पीबीएम अस्पताल का दौरा नहीं किया. जबकि बीकानेर मेडिकल कॉलेज उत्तर भारत का बड़ा मेडिकल कॉलेज है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार कब समय संचालित भामाशाह योजना को कांग्रेस सरकार ने आते ही बंद कर दिया. बीकानेर की समस्याओं को लेकर उन्होंने कहा कि लूणकनसर विधानसभा विधानसभा क्षेत्र में एक भी सड़क नहीं बनी, कोई नई स्कूल नहीं खुली नहीं कोई जीएसएस का निर्माण हुआ.
उन्होंने कहा कि इस बजट में बीकानेर को काफी उम्मीदें थी. लेकिन बीकानेर को पूरी तरह से निराशा हाथ लगी है. जबकि बीकानेर से दोनों मंत्री प्रदेश सरकार में हैं. बीकानेर की सबसे बड़ी रेल फाटक समस्या को लेकर बोलते हुए उन्होंने कहा कि 600 करोड़ का रेलवे बाईपास बनने को लेकर बात की जा रही है. लेकिन जब बजट ही नहीं है तो फिर बाईपास कहां से बनेगा.
मुकाम में फाल्गुन महीने में नहीं हुआ अधिवेशन
विश्नोई समाज के पवित्र तीर्थ स्थल मुकाम में फाल्गुन महीने में होने वाले खुले अधिवेशन को इस बार कोरोना के चलते नहीं करने को लेकर जिला प्रशासन और महासभा के पदाधिकारियों की बैठक गुरुवार को हुई. अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा द्वारा मुकाम में लगने वाले फागुन मेले में इस बार खुला अधिवेशन नहीं लगाया जाए. साथ ही मुकाम मेला में कोरोना गाइड लाइन की पालना करते हुए श्रद्धालु गुरु महाराज के दर्शन करेंगे.